पटना, 29 अक्टूबर 2025 बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सियासी बयानबाजी चरम पर है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने NDA सरकार को 'जंगलराज-2' करार देकर मुस्लिम वोटबैंक को लामबंद करने की कोशिश की, तो केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने तुरंत पलटवार किया। लेकिन सवाल उठ रहा है – क्या चिराग खुद को 'उपयोग-फेंक' की तरह इस्तेमाल होते नहीं देख पा रहे? LJP के दो टुकड़ों के बाद उनकी पार्टी गुमनामी की ओर बढ़ रही है।
ओवैसी का हमला: 'NDA ने बिहार को जंगलराज बना दिया' मुंगेर की रैली में ओवैसी ने कहा, "नीतीश-मोदी की जोड़ी ने बिहार को फिर से जंगलराज की ओर धकेल दिया है। मुस्लिमों को डराने-धमकाने का खेल चल रहा है।" यह बयान सीमांचल और मुंगेर जैसे इलाकों में AIMIM की पैठ बढ़ाने का प्रयास लगता है, जहां 2020 में पार्टी ने 1 सीट जीती थी। ओवैसी का उद्देश्य RJD के MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण को मजबूत करना है। लेकिन विश्लेषक इसे 'डर की राजनीति' मानते हैं, जो विपक्ष को अलग-थलग कर सकती है।
चिराग का पलटवार: 'ओवैसी मुसलमानों को डरा रहे हैं' चिराग पासवान ने आजतक को दिए बयान में कहा, "ओवैसी साहब मुसलमानों को डराकर राजनीति कर रहे हैं। यह डबल इंजन सरकार है, जंगलराज नहीं।" उन्होंने RJD पर भी निशाना साधा: "विपक्ष हथकंडे अपना रहा है। हम बिहार में जंगलराज नहीं आने देंगे।" LJP प्रत्याशी अरुण कुमार के काफिले पर हमले के बाद चिराग ने कहा, "यह RJD की साजिश है।" NDA में LJP को 29 सीटें मिली हैं, जो चिराग की एकजुटता दिखाने की कोशिश है।
चिराग की कड़कड़: 'उपयोग-फेंक' की तरह इस्तेमाल? 2020 में रामविलास पासवान की मौत के बाद LJP दो टुकड़ों में बंट गई – चिराग का गुट और पशुपति पारस का गुट (NDA में)। चिराग ने नीतीश के खिलाफ बगावत की, लेकिन 2025 में BJP के साथ समझौता कर लिया। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, "चिराग मोदी-शाह के इशारे पर चलते हैं। वे उपयोग-फेंक की तरह हैं।" जीतन राम मांझी ने चुटकी ली, "2020 का सबक भूल गए?" LJP (रामविलास) अब 29 सीटों पर सीमित है, जबकि चिराग की 'वंचितों की आवाज' वाली छवि धुंधली पड़ रही है।
चुनावी समीकरण: वोटबैंक की जंग चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे। NDA (BJP 101, JDU 101, LJP 29) बनाम महागठबंधन (RJD 143, कांग्रेस 40) में मुस्लिम-दलित वोट निर्णायक। ओवैसी का बयान RJD को फायदा पहुंचा सकता है, लेकिन चिराग का पलटवार NDA को मजबूत कर रहा।
आगे का रास्ता: बयानों से आगे विकास? 'जंगलराज-2' का शिगूफा बिहार को पीछे धकेल रहा है। चिराग को LJP के टुकड़े जोड़ने चाहिए, न कि NDA के इशारों पर नाचना। बिहार के युवा बेरोजगारी और विकास चाहते हैं। क्या चिराग गुमनामी से बच पाएंगे?
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