समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने आज कहा कि वह राणा सांगा पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता.
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में रामजी लाल सुमन ने कहा कि उनके घर पर उनके परिवार को नुकसान पहुंचाने के इरादे से हमला किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में राज्यसभा के सभापति को भी सूचित कर दिया है.
रामजी लाल सुमन ने पिछले हफ्ते शुक्रवार को राज्यसभा में राणा सांगा पर टिप्पणी की थी.
उन्होंने राज्यसभा में कहा था, "मैं जानना चाहूंगा कि बाबर को आखिर लाया कौन था? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लेकर आया था."
उनके इस बयान पर राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने आपत्ति जताई थी.
वहीं रामजी लाल ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था, "शुक्रवार को संसद में गृह मंत्रालय के कामकाज के दौरान मैंने कहा था कि हिंदुस्तान में बाबर को राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था. मेरा मक़सद किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था."
वहीं बुधवार को आगरा में रामजी लाल सुमन के आवास पर जमकर हंगामा हुआ. करणी सेना के कार्यकर्ता भारी संख्या में रामजी लाल सुमन के घर के बाहर जुटे और अंदर घुसने की कोशिश की थी. इस दौरान पुलिस और करणी सेना के बीच झड़प भी हुई थी.