प्रियंका गांधी ने कहा कि, "प्रधानमंत्री की ज़िम्मेदारी है कि वे देशवासियों के लिए शांति-सुरक्षा सुनिश्चित करें."
मणिपुर में फिर से तनाव बढ़ने को लेकर केरल के वायनाड से कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी ने रविवार को प्रतिक्रिया दी.
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "मणिपुर एक बार फिर से हिंसा की चपेट में है. करीब दो साल से राज्य के लोग हिंसा, हत्या, बलात्कार और पलायन झेल रहे हैं. सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं, हज़ारों लोग बेघर हैं. आखिर क्या कारण है कि केंद्र का शासन होने के बावजूद वहां शांति बहाली नहीं हो पा रही है?."
मणिपुर की राजधानी इंफाल के कुछ हिस्सों में शनिवार को विरोध प्रदर्शन हुए. इसके बाद शनिवार रात से राज्य के पांच ज़िलों में, अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
साथ ही पुलिस ने चार ज़िलों में धारा 163 लागू कर सार्वजनिक जगह पर लोगों के जुटने और प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है. वहीं एक ज़िले में कर्फ्यू लगाया गया है.
प्रियंका गांधी ने सवाल किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर को उसके हाल पर क्यों छोड़ दिया है? आज तक न वे मणिपुर गए, न राज्य के किसी प्रतिनिधि से मिले, न कभी शांति की अपील की और न ही कोई ठोस प्रयास किया. यह संवेदनहीन और गैर-ज़िम्मेदार रवैया किसी लोकतंत्र के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है."