राजस्थान के जोधपुर जिले के फलोदी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया, जिसमें 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। भारतमाला हाईवे पर मातोड़ा पुलिस थाना इलाके में एक तेज रफ्तार टेंपो ट्रैवलर सड़क किनारे खड़ी ट्रॉली से जा टकराया। हादसा शुक्रवार देर शाम करीब 7 बजे हुआ, जब वाहन सूरसागर के श्रद्धालु कोलायत के प्रसिद्ध आश्रम से दर्शन कर लौट रहे थे। मृतकों में ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं, जो परिवार के साथ धार्मिक यात्रा पर थे। 
घायल 8-10 लोगों को तुरंत जोधपुर के एमसीएच अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों की टीम उन्हें बचाने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में चालाक की लापरवाही, अंधेरा और हाईवे की खराब लाइटिंग मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। 
फलोदी एसडीएम और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। स्थानीय ग्रामीणों ने हाईवे की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए, मांग की कि स्पीड ब्रेकर, बेहतर साइनबोर्ड और लाइटिंग तत्काल लगाई जाए। 
राजस्थान में 2025 में अब तक 5,000 से अधिक सड़क हादसे हो चुके हैं, जो चिंता का विषय है।
 मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने एक्स पर शोक व्यक्त किया: "फलोदी के मातोड़ा में सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखद है। संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ। सरकार सहायता देगी।" पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पटना से खबर मिलते ही प्रार्थना की: "यह दुखद घटना मन को व्यथित कर रही है। ईश्वर दिवंगतों को शांति दे, घायलों को जल्द स्वस्थ करे।" यह हादसा न केवल परिवारों के लिए आघात है, बल्कि सड़क सुरक्षा नीतियों पर सवाल खड़ा करता है। ओवरलोडिंग और रखरखाव की कमी से ऐसे त्रासदियां बढ़ रही हैं। सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे, वरना निर्दोष जिंदगियां खतरे में रहेंगी। मृतकों की आत्मा को शांति मिले—यही प्रार्थना।
✒️सज्जाद अली नायाणी