यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमीर ज़ेलेंस्की ने धमकी दी है कि ज़ापोरिज़िया पावर प्लांट और उसके बाहर रूसी सैनिक पूरी तरह यूक्रेनी सैनिकों के निशाने पर हैं।
समाचार पत्र द गॉर्डियन की रिपोर्ट के मुताबक़, यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा कि ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को निशाना बनाने और उसपर क़ब्ज़ा करने वाले रूसी सैनिकों को यह जान लेना चाहिए कि वे हमारी सेना के विशेष बलों के निशाने पर हैं। उन्होंने रूसी परमाणु उद्योगों के खिलाफ नए प्रतिबंधों की आवश्यकता पर भी जोर दिया, यह दावा करते हुए कि ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में सभी रूसी सैनिकों और कर्मियों पर अंतरराष्ट्रीय अदालत में मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने रूसी परमाणु उद्योगों के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंधों की आवश्यकता पर भी जोर दिया, यह दावा करते हुए कि ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में सभी रूसी सैनिकों और कर्मियों पर अंतर्राष्ट्रीय अदालत में मुक़दमा चलाया जाना चाहिए।
यूरोप में सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र, ज़ापोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र, यूक्रेन की लगभग 20 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति करता है। यूक्रेनी सरकार का दावा है कि रूस बिजली संयंत्र को क्रीमिया से जोड़ने का प्रयास कर रहा है, जो कि कीव द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों की बिजली काटकर रूस द्वारा नियंत्रित इलाक़ों तक पहुंचाने का प्रयास है। यूक्रेन का यह परमाणु ऊर्जा संयंत्र वर्तमान में रूस के नियंत्रण में है जबकि यह बिजली संयंत्र यूक्रेन के परमाणु विशेषज्ञों द्वारा संचालित है। गुरुवार को इस पावर प्लांट पर दूसरी बार हमला हुआ है और इस बार कीव और मॉस्को हमले के लिए एक दूसरे को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। (RZ)