तुर्किए और सीरिया में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता वाले भूकंप और उसके बाद आने वाले कई ज़ोरदार झटकों से दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 15 हज़ार से बढ़ गयी है।
तसनीम न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़, तुर्किए में मरने वालों की संख्या 12300 और सीरिया में मरने वालों की संख्या लगभग 3 हज़ार हो गई है।
सहायता और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं और दोनों ही देशों के स्थानीय लोगों, सहायता दलों और सैनिकों के अलावा अन्य देशों से आई टीमें अपनी सारी क्षमताओं के साथ सक्रिय हैं।
इसी मध्य दुनिया के बहुत से देशों ने तुर्किए के साथ सहृदयता व्यक्त करने के लिए सहायता सामग्री वहां भेजने का क्रम जारी रखा है जबकि सीरिया को पश्चिमी देशों के एकपक्षीय प्रतिबंधों के कारण सहायता सामग्रियों की प्राप्ति में परेशानियों का सामना है। इन हालात में ईरान ने तुर्किए में अपनी सहायता टीम और चिकित्सा उपकरण भेजने के साथ सीरिया की सहायता पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित कर रखा है और पश्चिमी प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए पीड़ितों की मदद पहुंचने वाले देशों में सर्वोपरि बना हुआ है।
इसी परिधि में ईरान अब तक सहायता सामग्री से भरे चार जहाज़ सीरिया रवाना कर चुका है। चौथा जहाज़ बुधवार की शाम हलब एयरपोर्ट पर पहुंचा। इससे पहले विभिन्न प्रकार की सहायता सामग्री से लदे तीन जहाज़, दमिश्क, हलब और लाज़ेक़िया एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं।
इसी मध्य आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के कमान्डर जनरल इस्माईल क़आनी भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के लिए पिछले दिनों हलब पहुंचे। उन्होंने क्षेत्र में पहुंचकर सहायता गतिविधियों की निकट से समीक्षा की और वहां सक्रिय ईरानी सहायता टीमों का जाएज़ा लिया।
भूकंप का पहला झटका स्थानीय समय के अनुसार, सोमवार को तड़के 4 बजकर 17 मिनट पर आया, जिसका केन्द्र कहरामनमरस प्रांत स्थित पज़ारिक ज़िला में था।
इस ज़ोरदार भूकंप के बाद 684 झटके महसूस किए गए, जिसके बाद अधिकारियों ने लोगों से क्षतिग्रस्त इमारतों में दाख़िल नहीं होने की अपील की।
अनातोलिया न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, भूकंप से सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले इलाक़ों में कहरामनमरस, गाज़ियांटेप, सानलिउर्फ़ा, दियारबाक़िर, अदाना, अदियामन, मालात्या, उस्मानिए, हताए और किलिस हैं। सीमा पार सीरिया के अलेप्पो, इदलिब, हमा और लताकिया प्रांतों में भी लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
जैसे जैसे बचाव कार्य आगे बढ़ रहा है, मलबे से लोगों को निकाला जा रहा है, इसी के साथ मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बचावकर्मी पीड़ितों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
एएफ़एडी एजेंसी के प्रमुख यूनुस सेज़ेर का कहना है कि तुर्किए में 6444 इमारतें ज़मीनदोज़ हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाक़ों में 16400 बचावकर्मी बचाव कार्यों में व्यस्त हैं। (AK)