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Monday, 26 June 2023

मोदी के दोस्त की हुई आलोचना, आख़िर इतनी जल्दी कैसे बदल गए रिश्ते!

मोदी के दोस्त की हुई आलोचना, आख़िर इतनी जल्दी कैसे बदल गए रिश्ते!
एक समय था कि जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को अपना सबसे अच्छा दोस्त बताते थे, लेकिन उनके पद से हटते ही पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प मोदी के दोस्त हो गए और अब जब वह भी राष्ट्रपति नहीं रहे तो वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन मोदी के सबसे अच्छे दोस्त हो चुके हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के बीच इस देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर दिए गए बयान की भारत सरकार की केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आलोचना की है। मोदी की मंत्री ने मोदी के दोस्त ओबामा पर आरोप लगाया है कि ओबामा जब अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तब छह मुस्लिम-बहुल देशों पर 26,000 से अधिक बमों से हमला किया गया था। निर्मला सीतारमण ने कहा कि ओबामा किस मुंह से भारतीय मुसलमानों को लेकर ऐसे दावे कर सकते हैं। मोदी की मंत्री ने कहा, ‘यह आश्चर्य की बात है कि जब प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे पर थे, तो एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति (बराक ओबामा) भारतीय मुसलमानों पर बयान दे रहे थे। मैं सावधानी के साथ बोल रही हूं, हम अमेरिका के साथ दोस्ती चाहते हैं, लेकिन हमें वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणियां सुनने को मिलती हैं। उनके (ओबामा) शासन में छह मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी की गई। 26,000 से अधिक बम गिराए गए। लोग उनकी बातों पर कैसे भरोसा करेंगे?’
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण।

ग़ौरतलब है कि बीते 22 जून को सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में भूतपूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति  बराक ओबामा  ने भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था, ‘अगर मैं नरेंद्र मोदी से बात करता तो मेरी बातचीत का एक हिस्सा यह होगा कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर बंटना शुरू हो जाएगा और हमने देखा है कि जब आप उस प्रकार के बड़े आंतरिक संघर्षों में शामिल होने लगते हैं तो उसका परिणाम क्या होता है। यह न केवल मुस्लिम भारत, बल्कि हिंदू भारत के हितों के भी विपरीत होगा. मुझे लगता है कि इन चीजों के बारे में ईमानदारी से बात करने में सक्षम होना महत्वपूर्ण है।’ बता दें कि वहीं भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 22 जून को ही व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में हिस्सा लिया था। इस दौरान मोदी ने दावा किया था कि भारत में धर्म, जाति आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। (RZ)