यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद, अमरीका और पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे और उसे दुनिया में अलग-थलग करने का दावा किया था, लेकिन उनके यह प्रयास सफल नहीं हो सके।
रूस ने तेल और गैस बेचने के लिए यूरोप का विकल्प खोज लिया है और वह चीन और भारत को बड़ी मात्रा में कच्चा तेल सप्लाई कर रहा है।
इस कड़ी में अब पाकिस्तान भी शामिल हो गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने डिस्काउंट पर मिलने वाले रूसी तेल की पहली खेप को देश के लिए परिवर्तन वाला दिन बताया है।
शरीफ़ ने अपने ट्वीट में लिखाः मैंने देश से किया अपना एक और वादा पूरा किया। यह घोषणा करते हुए ख़ुशी हो रही है कि पहला रूसी रियायती कच्चे तेल का कार्गो कराची पहुंच गया है।
अमरीका के विरोध के बावजूद, अप्रैल में पाकिस्तान और रूस के बीच कम क़ीमत वाले रूसी कच्चे तेल के लिए समझौता हुआ था और पाकिस्तान ने अपना पहला ऑर्डर दिया था।
183 मीटर लंबा रूसी तेल टैंकर प्योर पॉइंट, 45,000 मीट्रिक टन तेल लेकर कराची के बंदरगाह पर पहुंचा है।
रविवार को अल-जज़ीरा टीवी चैनल से बात करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन युद्ध में पाकिस्तान अपनी निष्पक्ष नीति पर डटा हुआ है, लेकिन इसी के साथ वह रूस के साथ अपने संबंधों में विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है। msm