अरब संघ के पूर्व महासचिव ने अतिग्रहणकारी इस्राईली सरकार के विस्तारवाद के बारे में चेतावनी देते हुए कहा है कि यह विस्तारवाद दूसरे अरब देशों तक भी पहुंच सकता है।
अरब संघ के पूर्व महासचिव अम्र मूसा ने क्षेत्र में इस्राईली सरकार की विस्तारवादी कार्यवाहियों की ओर संकेत करते हुए कहा है कि यह विस्तारवाद सऊदी अरब और मिस्र तक भी पहुंच सकता है।
पार्सटुडे ने समाचार एजेन्सी इर्ना के हवाले से बताया है कि अम्र मूसा ने इस्राईल की उस मांग की ओर संकेत किया जिसमें उसने मिस्र से मांग की है कि वह दो किलोमीटर लंबी पट्टी को उसके हवाले कर दे। अम्र मूसा ने कहा कि यह मिस्र के इस्राईल में विलय का आरंभ है।
अरब संघ के पूर्व महासचिव ने डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्राईल छोटा प्रतीत होता है और अधिक ज़मीनों का विलय उसमें किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस्राईल असीमित पैमाने पर दूसरों की ज़मीनों का अपने में विलय करने की चेष्टा में है।
साथ ही अम्र मूसा ने इस्राईल के अतिग्रहण और विस्तारवादी कार्यवाहियों के मुक़ाबले में यूरोपीय संघ विशेषकर सऊदी अरब और मिस्र के मध्य एकता पर बल दिया।
उल्लेखनीय है कि लगभग 8 दशकों के दौरान ज़ायोनी सरकार की एक समस्या स्थानीय जनसंख्या का न होना है और इस समस्या को दूर करने के लिए ज़ायोनी सरकार पूरी दुनिया के यहूदियों को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन पलायन के लिए प्रोत्साहित करती है।
पिछले सात अक्तूबर से और ग़ज़ा पट्टी में इस्राईल द्वारा नस्ली सफ़ाया आरंभ होने से इस्राईली सेना बैते हानून, जबालिया और बैते लाहिया में फ़िलिस्तीनियों को ज़बरदस्ती कूच करने पर बाध्य कर देना चाहती है और संचार माध्यमों ने इसे अघोषित "जनरलों की योजना" का नाम दिया है। MM