संयुक्त राष्ट्र ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो के गोमा शहर में मानवीय सहायता के बड़े संकट की चेतावनी दी है.
यूएन ने कहा है कि यहां सड़कों पर सैंकड़ों घायल लोग पड़े हुए हैं और गैंग रेप की घटनाओं के साथ ही लैंगिक हिंसा भी बढ़ रही है.
वहीं, रेड क्रॉस ने कहा है कि उसके हॉस्पिटल में चौबीस घंटे के अंदर एक सौ से ज़्यादा घायल पहुंचे हैं.
शहर के बड़ी आबादी वाले इलाक़ों में गोलाबारी की वजह से कई लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं, ख़ासकर बच्चों को चोटें आई हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि गोमा में स्वास्थ्यकर्मियों पर गोलियां चलाई जा रही हैं.
रेड क्रॉस और विश्व खाद्य संगठन का कहना है कि हाल के दिनों में उनके गोदामों को लूटा गया है.
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो के दक्षिण में स्थित गोमा शहर पर रवांडा समर्थित एम-23 विद्रोहियों ने हमला कर दिया है.
यहां शांति बहाली में लगे दक्षिण अफ्रीका के कम से कम 13 शांतिकर्मी एम-23 के विद्रोहियों से लड़ते हुए मारे गए हैं.
गोमा शहर देश की राजधानी किंशासा के क़रीब 2000 किलोमीटर दूर है..
पूर्वी इलाक़े में विद्रोहियों को समर्थन देने का कांगो के पड़ोसी देश युगांडा और रवांडा का पुराना इतिहास रहा है.
कांगो की राजधानी में प्रदर्शनकारियों ने रवांडा, युगांडा, फ्रांस और बेल्जियम के दूतावास पर हमले किए हैं. यहां कुछ इमारतों को लूटा भी गया है.
फ्रांस के विदेश मंत्री ने मंगलवार सुबह दूतावास पर हुए हमले की निंदा दी है.
हालांकि कांगो से सूचना मंत्री ने दावा किया है कि किंशासा में प्रदर्शनों के बाद हालात सामान्य हो गए हैं.
इस बीच मंगलवार को विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने गोमा के हवाई अड्डे पर कब्ज़ा कर लिया है.
यहां सोमवार को शहर के कई इलाक़ों में दिनभर भारी गोलीबारी और तोप से गोले छूटने की आवाज़ सुनाई दी.
सोमवार को शुरू में विद्रोहियों ने दावा किया था कि उन्होंने शहर पर कब्ज़ा कर लिया है. लेकिन सरकार ने कहा कि शहर के हवाई अड्डे समेत अहम ठिकानों पर उसका नियंत्रण है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाखों की आबादी वाले गोमा शहर की सड़कों पर घंटों तक चली गोलीबारी और धमाकों की आवाज़ सुनाई दी.
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो के विदेश मंत्री ने रवांडा पर आरोप लगाया है कि वह एम- 23 विद्रोहियों के समर्थन के लिए सीमा पर सैनिकों को भेज कर युद्ध भड़का रहा है.
वहीं, रवांडा का कहना है कि कांगो उन सशस्त्र गुटों का समर्थन करता है जो रवांडा में सत्ता परिवर्तन करना चाहते हैं.
साल 2021 के बाद से कांगो के एक बड़े इलाके पर विद्रोही गुट एम23 का नियंत्रण है.