नेपाल की राजधानी काठमांडू में आज पुलिस और राजशाही समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इसके बाद अधिकारियों ने काठमांडू के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है.
काठमांडू के सहायक मुख्य ज़िला अधिकारी अशोक कुमार भंडारी ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए तीनकुने, सिनामंगल और कोटेश्वर क्षेत्रों में कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए हैं.
भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद हिंसा और झड़प की घटनाएं सामने आई हैं. सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें कीं.
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दिनेश आचार्य ने बीबीसी को बताया कि इलाके में तनाव है और पुलिस स्थिति को काबू में करने की कोशिश कर रही है.
उनके अनुसार, कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोग घायल हुए हैं. नेपाली पुलिस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि तोड़फोड़ और लूटपाट की कुछ घटनाएं हुई हैं.
प्रदर्शन के पीछे विदेशी सरकार का हाथ ?
इस बीच, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व में विपक्षी दलों के गठबंधन ने काठमांडू में एक अलग रैली और सभा की. उन्होंने 2015 में लागू किए गए धर्मनिरपेक्ष संघीय गणतंत्र संविधान की रक्षा करने की कसम खाई.