असम को-ऑपरेटिव अपेक्स बैंक में कथित भ्रष्टाचार को लेकर रिपोर्टिंग करने गए गुवाहाटी के पत्रकार दिलवर हुसैन मजूमदार को ग़िरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने पत्रकार के ख़िलाफ दो मामले दर्ज किए हैं.
पत्रकार दिलवर हुसैन की गिरफ़्तारी पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया सहित कई संगठनों ने नाराज़गी ज़ाहिर की है, जबकि गुवाहाटी प्रेस क्लब सहित राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पत्रकारों ने अपना विरोध जताया है.
दरअसल, असम को-ऑपरेटिव अपेक्स बैंक में कथित घोटाले के ख़िलाफ मंगलवार को असम जातीय परिषद की युवा शाखा जातीय युवा शक्ति बैंक के सामने विरोध प्रदर्शन कर रही थी. पत्रकार दिलवर हुसैन भी उस प्रदर्शन को कवर करने गए हुए थे.
दिलवर गुवाहाटी प्रेस क्लब के सहायक महासचिव होने के साथ ही 'द क्रॉस करेंट' नाम के एक डिजिटल न्यूज़ पोर्टल में पत्रकार हैं.
'द क्रॉस करेंट' ने घटना वाले दिन का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दिलवर अपेक्स बैंक में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में बैंक के प्रबंध निदेशक से कुछ सवाल पूछते दिख रहें है.
'द क्रॉस करेंट' के संपादक अरूप कलिता ने बताया, "दिलवर ने बैंक के एमडी डोमरु सैकिया से कुछ सवाल पूछे थे. उन्होंने रिपोर्टर को अपने केबिन में आने को कहा. बाद में बैंक अधिकारी ने पुलिस बुला ली और दिलवर के खिलाफ एफ़आईआर कर दी."
इस घटना के बाद पत्रकार की पत्नी समेत गुवाहाटी के कई पत्रकार पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुए, लेकिन पुलिस ने दिलवर को करीब 9 घंटे हिरासत में लेने के बाद ग़िरफ़्तार कर लिया.
पत्रकार के खिलाफ एक मामले में एससी/एसटी एक्ट की गैर-जमानती धाराएं लगाई गई हैं.
दिलवर की पत्नी फरनाज के मुताबिक़ दिलवर पर दो मामले दर्ज किए गए हैं. पहले मामले में पत्रकार पर बैंक के एक गार्ड को जातिसूचक शब्द कहने के आरोप हैं. हालांकि, इस मामले में पत्रकार को कोर्ट से गुरुवार को जमानत मिल गई थी.
इसके बाद पुलिस ने एक दूसरे मामले में पत्रकार को फिर ग़िरफ़्तार कर लिया. दूसरे मामले में दिलवर पर बैंक कार्यालय में अवैध रूप से घुसकर सरकारी फाइलें चोरी करने के प्रयास के आरोप लगाए गए हैं.
दिलवर जिस बैंक में कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट करने गए थे, उस अपेक्स बैंक के निदेशक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हैं. जबकि भाजपा विधायक विश्वजीत फुकन बैंक के अध्यक्ष हैं.
राज्य में पत्रकारों के विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिलवर के पेशे को लेकर उनके पास जो जानकारी है, उसमें वो पत्रकार नहीं एक व्यापारी हैं.
उनके मुताबिक़ सरकार ऑनलाइन पोर्टलों के लिए काम करने वाले व्यक्तियों को पत्रकार नहीं मानती है.
मुख्यमंत्री ने कहा, "वो (दिलवर) पोर्टल में काम करते हैं और पोर्टलों में काम करने वाले लोगों को सरकार ने अब तक मान्यता नहीं दी है. यह व्यक्ति असम सरकार के पत्रकार की श्रेणी में नहीं आते हैं."
उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास जानकारी है कि वो (दिलवर) डम्पर व्यवसाय भी करते हैं, वो पार्ट टाइम एक पोर्टल में काम करते हैं."
1948 में स्थापित हुए असम को-ऑपरेटिव अपेक्स बैंक लिमिटेड के राज्य भर में 67 शाखाएं और 6 क्षेत्रीय कार्यालय हैं.