म्यांमार की सेना ने भूकंप प्रभावित इलाक़ों में मदद लेकर जा रहे क़ाफ़िले पर मंगलवार रात गोलियां चलाईं.
म्यांमार में एक सशस्त्र विद्रोही समूह तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी (टीएनएलए) ने कहा है कि म्यांमार की सेना (जुंटा) के जवानों ने नौ वाहनों के इस क़ाफ़िले पर मशीनगनों से गोलीबारी की.
गोलीबारी की यह घटना उत्तरी शॉन प्रांत में नॉंग चो टाउनशिप में हुई, जब क़ाफ़िला यहां से मांडले की ओर जा रहा था.
टीएनएलए ने कहा कि रक्षा दल ने म्यांमार की सेना को रूट और राहत सामग्री के वितरण को लेकर जानकारी दी थी. हालांकि, सेना ने कहा कि यह नहीं बताया गया था कि यह क़ाफ़िला यहां से गुज़रेगा.
सेना ने कहा कि उनकी ओर से गोलीबारी इसलिए की गई थी, क्योंकि यह क़ाफ़िला नहीं रुका था. हालांकि, सेना ने दावा किया है कि कोई भी इस गोलीबारी में घायल नहीं हुआ. इस मामले की जांच की जा रही है.
क्या हुआ था?
28 मार्च को म्यामांर में भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की तीव्रता 7.7 थी. इस भूकंप के झटके म्यांमार के पड़ोसी देश थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किए गए थे.
थाईलैंड में भूकंप के कारण 6 लोगों की मौत हुई है जबकि 100 मज़दूर लापता हैं.