ईरान-इज़रायल युद्ध के बीच यूरेनियम गायब होने की सनसनीखेज खबर
इज़रायल और ईरान के बीच 12 दिन तक चले युद्ध के बाद भले ही युद्धविराम हो गया हो, लेकिन अब एक खौफनाक खबर ने दुनिया भर में हड़कंप मचा दिया है। ईरान से 400 किलो समृद्ध यूरेनियम गायब हो गया है, जिससे कम से कम 10 परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं। इस यूरेनियम का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ गई है।
अमेरिकी हमले से पहले ट्रकों में ले जाया गया यूरेनियम
अमेरिकी हमले से पहले सैटेलाइट तस्वीरों में ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र के बाहर 16 ट्रकों की कतार देखी गई थी। यह संयंत्र पहाड़ों के नीचे गहराई में बना है और इसे ज्यादातर मिसाइल हमलों के लिए अभेद्य माना जाता है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को शक है कि इन ट्रकों के जरिए यूरेनियम को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया गया, ताकि हमलों से इसे बचाया जा सके। एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने अपने समृद्ध यूरेनियम के भंडार को हमले से पहले ही गुप्त स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया था।
ईरान-इज़रायल युद्धविराम की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि ईरान और इज़रायल के बीच पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई है। ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, "सभी को बधाई! ईरान और इज़रायल के बीच पूर्ण और अंतिम युद्धविराम पर सहमति हो गई है।" इस समझौते के तहत युद्धविराम छह घंटे के भीतर शुरू होगा, जिसमें ईरान को पहले इसका पालन करना होगा। इसके बाद अगले 12 घंटे में इज़रायल भी युद्धविराम में शामिल होगा। 24 घंटे बाद युद्ध को आधिकारिक रूप से समाप्त माना जाएगा।
यूरेनियम के गायब होने से वैश्विक चिंता
यूरेनियम के गायब होने की खबर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सकते में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि ईरान के पास 60% तक समृद्ध यूरेनियम का भंडार है, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह यूरेनियम गलत हाथों में पड़ गया तो यह वैश्विक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। हालांकि, ईरान ने हमेशा दावा किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।
क्या है आगे की चुनौती?
युद्धविराम के बावजूद, गायब यूरेनियम का मुद्दा एक नई चुनौती बनकर उभरा है। अमेरिका और इज़रायल का दावा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा था, जबकि ईरान इन आरोपों को खारिज करता रहा है। अब सवाल यह है कि क्या यह यूरेनियम वाकई गायब है या इसे जानबूझकर छिपाया गया है? इस रहस्य को सुलझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग तेज हो रही है।