सिक्किम में भारी बारिश की वजह से प्रशासन ने फ़िलहाल उत्तर सिक्किम के लिए जारी होने वाले परमिट पर रोक लगा दी है
सिक्किम में बीते शुक्रवार से ही लगातार भारी बारिश और जगह-जगह ज़मीन धंसने की वजह से उत्तर सिक्किम का अधिकतर संपर्क राज्य के बाक़ी हिस्सों से कट गया है.
ज़्यादातर सड़कों के बंद होने के कारण इलाके़ में आवाजाही ठप है. वहां फंसे पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ख़राब मौसम की वजह से इसमें बाधा पहुंच रही है.
उत्तर सिक्किम में मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम डी भूटिया ने बताया, "लाचेन में 115 और लाचुंग में 1,350 पर्यटक फंसे हैं. ज़मीन धंसने की वजह से वहां से निकलने का रास्ता बंद हो गया. पर्यटकों को होटल में ही रहने की सलाह दी गई है. सड़कों के खुलने पर उनको वहां से बाहर निकाला जाएगा."
पुलिस के मुताबिक़ लगातार बारिश के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर भी ख़तरे के निशान के क़रीब पहुंच गया है.
जलस्तर बढ़ने की वजह से मंगन को चुंगथांग से जोड़ने वाले एक बेली ब्रिज को आंशिक नुक़सान पहुंचा है.
शनिवार को क़रीब तीन घंटे के लिए इलाके़ में रेड अलर्ट जारी कर लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई थी. उत्तर सिक्किम के ज़्यादातर इलाकों में बिजली की सप्लाई भी ठप हो गई है.
प्रशासन ने फ़िलहाल उत्तर सिक्किम के लिए जारी होने वाले परमिट पर रोक लगा दी है.
दूसरी ओर, मुंसीथांग इलाके़ में पर्यटकों से भरी एक कार के नीचे नदी में गिर जाने के बाद अब तक उसमें सवार 11 में से नौ लोगों का पता नहीं चल सका है.
ज़िला प्रशासन अधिकारी अनंत जैन के अलावा पुलिस अधीक्षक ने भी दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके़ पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की.
यह कार गुरुवार रात को खाई में गिरने के बाद नदी में चली गई थी. इसमें ओडिशा, उत्तर प्रदेश और और त्रिपुरा के पर्यटक सवार थे.
इनमें से अब तक सिर्फ़ ओडिशा के दो पर्यटकों स्वयम सुप्रतिम नायक और साइराज जेना को ही बचाया जा सका है.
सिक्किम सरकार ने बताया है कि लापता पर्यटकों में ओडिशा के अजीत कुमार नायक, सुनीता नायक, सुशील जाना और इतिश्री जाना के अलावा त्रिपुरा के देवज्योति जय देब और स्वप्निल देब और उत्तर प्रदेश के कौशलेंद्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह शामिल हैं.