ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हाल ही में हुए अमेरिकी हमलों के बाद रूस ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के साथ अपने सहयोग को समाप्त कर दिया है। IAEA संयुक्त राष्ट्र की वह संस्था है जो विभिन्न देशों के परमाणु कार्यक्रमों की निगरानी करती है।
रूस के राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस फैसले के पीछे का कारण बताते हुए कहा, "यह निर्णय ईरान के परमाणु ठिकानों पर बिना किसी ठोस आधार के किए गए हमलों का परिणाम है।" उन्होंने आगे कहा, "वर्तमान परिस्थितियों ने IAEA की विश्वसनीयता को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है, जो चिंता का विषय है।"
रूस को ईरान का करीबी सहयोगी माना जाता है, और उसने हाल ही में ईरान पर हुए अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा भी की थी। हालांकि, पेस्कोव ने इस सप्ताह की शुरुआत में यह स्पष्ट किया था कि इन हमलों का अमेरिका और रूस के द्विपक्षीय संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यह घटनाक्रम वैश्विक परमाणु सुरक्षा और कूटनीति के लिए नए सवाल खड़े करता है, क्योंकि रूस और IAEA के बीच सहयोग का टूटना क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।