अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर 50% टैरिफ की घोषणा के बाद सूरत की हीरा कंपनियों ने क्रिसमस के लिए मिले ऑर्डर रोक दिए हैं। इस निर्णय का सबसे ज्यादा असर रत्न कारीगरों पर पड़ा है। सौराष्ट्र में लगभग एक लाख हीरा कटिंग और पॉलिशिंग कर्मचारियों ने अपनी नौकरियां गंवा दी हैं।
सूत्रों के अनुसार, अप्रैल में अमेरिका द्वारा 10% बेसलाइन टैरिफ लागू करने के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है। पिछले 10 दिनों में छंटनी की गति तेज हुई है। अधिकांश नौकरियां भावनगर, अमरेली और जूनागढ़ के छोटे यूनिट्स में गई हैं।
अप्रैल से शुरू हुई थी छंटनी
अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बाद अमेरिकी खरीदारों से आने वाले कई निर्यात ऑर्डर या तो स्थगित कर दिए गए हैं या रद्द कर दिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, सौराष्ट्र, जूनागढ़, भावनगर और अमरेली में फैले इन यूनिट्स में 3-4 लाख लोग काम करते हैं। अमेरिका और चीन से हीरे की खरीद धीमी होने के कारण यहां कारोबार पहले से ही कमजोर पड़ रहा था।
हालांकि, अप्रैल में अमेरिकी टैरिफ की घोषणा से सबसे बड़ा झटका लगा। इसके कारण हीरे के व्यापार में अनिश्चितता बढ़ी, कटिंग और पॉलिशिंग का काम धीमा पड़ गया, और कर्मचारियों को चरणबद्ध तरीके से नौकरी से निकाला गया।
महीने में 20,000 रुपये तक थी कमाई
सूत्रों के अनुसार, प्रभावित कर्मचारी हर महीने लगभग 15,000 से 20,000 रुपये कमाते थे। बड़ी कंपनियां बदनामी के डर से छंटनी के आंकड़ों पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि कुछ विस्थापित कर्मचारियों को लैब-ग्रोन डायमंड सेक्टर में नौकरियां मिल रही हैं।
हालांकि, चिंता इस बात की भी है कि अगर लैब-ग्रोन डायमंड सेक्टर पर भी 50% टैरिफ लागू हुआ, तो रोजगार पर गंभीर असर पड़ सकता है।
अमेरिकी बाजार में भारत की हिस्सेदारी
अमेरिका में क्रिसमस के दौरान साल भर की कुल बिक्री का लगभग आधा हिस्सा होता है। जीजेईपीसी के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अमेरिका की कुल हीरा आयात में भारत की हिस्सेदारी 68% (मात्रा में) और 5.79 अरब डॉलर (मूल्य में) थी। नए टैरिफ के कारण भारत के हीरा निर्यात पर गंभीर असर पड़ने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि पिछले दो वर्षों में अमेरिका में निर्यात में 25% की कमी आई है और उत्पादन 30-35% घटा है। नए टैरिफ से निर्यात में और कमी आएगी। सूत्रों के अनुसार, “हम 27 अगस्त का इंतजार कर रहे हैं, जब 50% टैरिफ लागू होगा। इसके बाद हम अमेरिकी खरीदारों के साथ बातचीत कर कुछ बोझ साझा करने का अनुरोध करेंगे।”
भारत विश्व का सबसे बड़ा हीरा निर्यातक
भारत विश्व का सबसे बड़ा हीरा निर्यातक है और विश्व भर में हर दस में से नौ हीरों की कटिंग और पॉलिशिंग करता है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत ने अमेरिका को कट और पॉलिश्ड हीरे तथा हीरे के आभूषणों सहित 10 अरब डॉलर के रत्न और आभूषण निर्यात किए।
सूरत और मुंबई पर सबसे ज्यादा असर
उच्च टैरिफ के कारण सूरत और मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। जून में कट और पॉलिश्ड हीरे के निर्यात में 23.49% और लैब-ग्रोन डायमंड के निर्यात में 24.95% की गिरावट दर्ज की गई।
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि इस संकट से निपटने के लिए भारत सरकार को अमेरिका के साथ तत्काल बातचीत करनी चाहिए। साथ ही, डिजिटल बिक्री, लैब-ग्रोन डायमंड्स और एशिया व मध्य पूर्व के बाजारों में विस्तार जैसे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।