संयुक्त राष्ट्र संघ की विशेष रिपोर्टर और फ़िलिस्तीन के मक़बूज़ा इलाकों में मानवाधिकार मामलों की विशेषज्ञ फ्रांसेस्का अल्बनीज ने इज़राइली खिलाड़ियों और टीमों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से निकाल बाहर करने की मांग की है।
फ्रांसेस्का अल्बनीज़ ने इज़राइली हमलों में एक फिलिस्तीनी फुटबॉल खिलाड़ी की शहादत पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (ट्विटर) पर एक मैसेज पोस्ट करते हुए ज़ायोनी टीमों को अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं से प्रतिबंधित करने की अपील की। पार्सटुडे के अनुसार, अल्बनीज ने 'एक्स' पर लिखा: हत्यारों को खेल की दुनिया से बाहर करने का समय आ गया है। आइए खेल को नस्लवाद और नरसंहार से मुक्त बनाएं, हर बार एक गेंद, एक शॉट।
पाकिस्तान: इज़राइल जातीय सफ़ाए पर काम कर रहा है
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने सुरक्षा परिषद की बैठक में घोषणा की: इज़राइल का ग़ज़ा पर क़ब्ज़ा करने की योजना, फिलिस्तीनियों को धरती से मिटाने के उद्देश्य से है। यह योजना दस लाख से अधिक फिलिस्तीनियों के बड़े पैमाने पर विस्थापन के लिए खतरा है जो जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन है। उन्होंने स्पष्ट किया: "ग़ज़ा बेलगाम बमबारी और जानबूझकर पैदा की गई भुखमरी के कारण एक भीषण मानवीय त्रासदी झेल रहा है। सुरक्षा परिषद को इज़राइल से यह मांग करनी चाहिए कि वह संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के चैपटर 7 के तहत ग़ज़ा शहर पर कब्ज़ा करने की अपनी योजना को छोड़ दे।
ऑस्ट्रेलिया: हम फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देंगे
समाचार एजेंसी सहा के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने घोषणा की कि उनका देश सितम्बर महीने में संयुक्त राष्ट्र संघके महासभा के 80वें सत्र में फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऑस्ट्रेलिया फिलिस्तीनी जनता के अपने देश के अधिकार को मान्यता देगा, जो फिलिस्तीनी स्वायत्त प्राधिकरण से प्राप्त प्रतिबद्धताओं पर आधारित है। हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर इस अधिकार को वास्तविकता में बदलने के लिए काम करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र ने ग़ज़ा में पत्रकारों की हत्या की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने ग़ज़ा में अल-जज़ीरा चैनल के पत्रकारों की इज़राइली द्वारा की गयी हत्या की निंदा की और इस मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा: पत्रकारों को ग़ज़ा और अन्य स्थानों पर अपना काम स्वतंत्र रूप से और प्रताड़ना, धमकी या निशाना बनाए जाने के डर के बिना करने में सक्षम होना चाहिए। डुजारिक ने जोर देकर कहा: यह आवश्यक है कि पत्रकारों को गाजा के सभी क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से पहुंचने और वहां की स्थिति की स्वतंत्र रूप से रिपोर्ट करने की अनुमति दी जाए।
जर्मन चांसलर ने इज़राइल को हथियार आपूर्ति रोकने के फ़ैसले का बचाव किया
जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मेर्ट्स ने ईसाई डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) पार्टी की तीखी आलोचनाओं के बीच, इजरायल को कुछ हथियारों की आपूर्ति रोकने के अपने फैसले का बचाव किया। मेर्ट्स ने जर्मन टीवी चैनल ARD को बताया कि जर्मनी एक ऐसे युद्ध को हथियार नहीं दे सकता जिसमें लाखों नागरिक मारे गए हों। मेर्ट्स के इस फैसले पर CDU और उसकी सहयोगी पार्टी CSU (ईसाई सोशल यूनियन) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और उन पर यह निर्णय लेने में उन्हें शामिल न करने का आरोप लगाया है।
ग़ज़ा नरसंहार के ख़िलाफ़ यूनान में हजारों लोगों का विरोध प्रदर्शन
अनातोलिया समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, BDS (बॉयकॉट, डिवेस्टमेंट एंड सैंक्शंस) आंदोलन के यूनानी अध्याय, ग्लोबल मार्च टू गाजा और यूनान में फिलिस्तीनी समुदाय के संयुक्त आह्वान पर, प्रदर्शनकारियों ने 100 से अधिक स्थानों पर एकत्र होकर फिलिस्तीनी झंडों और बैनरों के साथ विरोध किया। इन बैनरों पर फिलिस्तीन के समर्थन, युद्ध की निंदा और इजरायली शासन की गाजा में नरसंहार की नीतियों की आलोचना की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने "प्रतिरोध की जीत", "फिलिस्तीन की आजादी" और "फिलिस्तीन में नरसंहार बंद करो" जैसे नारे लगाए। (AK)