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Monday, 11 August 2025

ट्रम्प के बेमिसाल टैरिफ़: अमेरिकी कस्टमर्स को क्या कीमत चुकानी पड़ रही है?

ट्रम्प के बेमिसाल टैरिफ़: अमेरिकी कस्टमर्स को क्या कीमत चुकानी पड़ रही है?
पिछले लगभग 100 वर्षों में पहली बार, अमेरिका के कुल आयात टैक्स दर बेजोड़ स्तर पर पहुंच गया है।

दर्जनों देशों से आयातित वस्तुओं पर नए टैरिफ़ लगाने से अब यह स्पष्ट हो रहा है कि डोनल्ड ट्रम्प की व्यापार नीति का उपभोक्ताओं और व्यवसायों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। पार्सटुडे के अनुसार, अधिकांश देशों पर अमेरिका द्वारा 15% शुल्क लगाया जा रहा है, जबकि कुछ एशियाई देशों पर 19% और कुछ अन्य पर 20% से 50% तक का शुल्क लग रहा है। इसके अलावा, अगले सप्ताह से चीन में निर्मित वस्तुओं पर 55% का शुल्क लागू होने वाला है, जब तक कि कोई व्यापार समझौता नहीं हो जाता।

अमेरिकी सरकार के नए आंकड़े ज़ाहिर करते हैं कि टैरिफ़ लगने के बाद से जून महीने में देश में किराना सामान, फर्नीचर और घरेलू उपकरणों की कीमतों में वृद्धि हुई है। येल विश्वविद्यालय के बजट लैब के अनुमान के अनुसार, ये शुल्क अल्पावधि में कीमतों में 1.8% की वृद्धि का कारण बनेंगे, जो प्रत्येक अमेरिकी परिवार की वार्षिक आय में 2,400 डॉलर की कमी के बराबर है।

हम इस मोड़ पर कैसे पहुंचे?

ट्रम्प ने अप्रैल में 66 देशों, यूरोपीय संघ, ताइवान और फ़ॉकलैंड द्वीप समूह से आयात पर व्यापक टैरिफ़ लगाए। यह कदम घरेलू उत्पादन को सहायता देने और वैश्विक व्यापार में संतुलन बनाने के उद्देश्य से उठाया गया। अल्पकालिक निलंबन के बाद, उन्होंने 10% का सामान्य टैक्स लागू किया और फिर चेतावनी दी कि 1 अगस्त से टैरिफ़ बढ़ाए जाएंगे, जो अंततः पिछले गुरुवार से लागू हो गया। साथ ही कनाडा के लिए 35% और ब्राज़ीलियाई सामानों पर 50% टैरिफ़ तय किया गया। ट्रम्प ने हाल ही में भारत से आयात पर टैरिफ़ 25% से बढ़ाकर 50% करने का आदेश दिया है, क्योंकि दिल्ली ने रूस से तेल खरीदा था। एल्युमिनियम, स्टील और दवाओं पर लक्षित टैरिफ़ भी जारी रहेंगे।

क़ीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो चुकी है

अमेरिकी व्यापार विभाग ने रिपोर्ट दी कि जून में कीमतें बढ़ गई हैं। कपड़े और जूते ऐसे उत्पाद हैं जो टैरिफ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। अनुमान है कि जूतों की कीमत 39% तक और कपड़ों की कीमत 37% तक बढ़ सकती है। औसतन, अमेरिकी अब आयातित सामानों पर 18.6% टैक्स का भुगतान कर रहे हैं, जो 1933 के बाद से सबसे उच्च स्तर है।

फूड एंड ड्रिंक्स महंगे होंगे

गैर-पक्षपातपूर्ण टैक्स फाउंडेशन के विश्लेषण से पता चलता है कि टैरिफ़ के कारण खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ेंगी, क्योंकि अमेरिका अपनी घरेलू मांग पूरी करने के लिए पर्याप्त उत्पादन नहीं करता। मछली, कॉफी, अल्कोहलिक पेय, केले और बीयर की कीमतों में भी वृद्धि होने की संभावना है। अल्कोहल उद्योग संघों ने चेतावनी दी है कि यूरोपीय पेय पदार्थों पर 15% टैरिफ़ 25,000 से अधिक नौकरियों के नुकसान और 2 अरब डॉलर की बिक्री में कमी का कारण बन सकता है।

गाड़ियों की कीमतें फिलहाल स्थिर बनी हुई हैं

कुछ वाहन निर्माताओं जैसे फेरारी ने अपनी कीमतें बढ़ा दी हैं, लेकिन ज़्यादातर ब्रांड टैरिफ़ के बारे में सटीक जानकारी मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं। हालाँकि, स्थिति बदल भी सकती है। जनरल मोटर्स ने चेतावनी दी है कि तीसरी तिमाही में टैरिफ़ का प्रभाव और स्पष्ट होगा। टोयोटा ने भी दूसरी तिमाही में अपने मुनाफे में 37% की गिरावट की जानकारी दी है और इसे ट्रम्प के टैरिफ़ का असर बताया है।

अभी भी अनिश्चितता वाले मुद्दे

नए टैरिफ़ के बावजूद, इन नीतियों का भविष्य अभी स्पष्ट नहीं है। टैरिफ़ लागू करने के लिए ट्रम्प द्वारा आपातकालीन अधिकार कानून का उपयोग कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहा है और संभवतः सुप्रीम कोर्ट तक पहुँचेगा। चीनी सामानों पर टैरिफ़ अभी तक अंतिम नहीं हुए हैं। साथ ही, ट्रम्प ने 800 डॉलर से कम मूल्य वाले पैकेजों पर टैक्स छूट को रद्द कर दिया है – यह वह नियम था जिसका इस्तेमाल ई-कॉमर्स कंपनियाँ शुल्क से बचने के लिए करती थीं। यह छूट 29 अगस्त से सभी देशों के लिए समाप्त हो जाएगी। (AK)