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Wednesday, 13 August 2025

DRDO गेस्ट हाउस मैनेजर महेंद्र प्रसाद को ISI के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया

DRDO गेस्ट हाउस मैनेजर महेंद्र प्रसाद को ISI के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया

जैसलमेर, राजस्थान: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के चंदन फील्ड फायरिंग रेंज के पास स्थित गेस्ट हाउस के संविदा मैनेजर महेंद्र प्रसाद को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान की CID इंटेलिजेंस ने 12 अगस्त 2025 को यह कार्रवाई की। 32 वर्षीय महेंद्र प्रसाद, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के पल्युन गांव का निवासी है। वह 2008 से DRDO के गेस्ट हाउस में कार्यरत था। आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संपर्क स्थापित कर DRDO वैज्ञानिकों और भारतीय सेना के अधिकारियों की आवाजाही से संबंधित गोपनीय जानकारी साझा की। यह गेस्ट हाउस पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के पास स्थित है, जो मिसाइल और हथियार परीक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थल है। CID (सुरक्षा) के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले संभावित राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए निगरानी बढ़ाई गई थी। इस दौरान महेंद्र प्रसाद की संदिग्ध गतिविधियां सामने आईं। जांच में पता चला कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ संपर्क में था और संवेदनशील जानकारी, जैसे DRDO के संचालन और सेना की गतिविधियों से संबंधित डेटा, साझा कर रहा था। महेंद्र प्रसाद के मोबाइल फोन की तकनीकी जांच में जासूसी से संबंधित महत्वपूर्ण सबूत मिले, जिसमें मिसाइल परीक्षण, हथियारों और सेना की गतिविधियों से जुड़े वीडियो और PDF फाइलें शामिल थीं। इसके आधार पर, 12 अगस्त को उनके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया। गिरफ्तारी के बाद, उन्हें 13 अगस्त को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया। जैसलमेर का यह क्षेत्र भारत की रक्षा क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पोखरण रेंज उन्नत हथियारों और मिसाइल प्रणालियों के परीक्षण का प्रमुख केंद्र है। इस घटना ने रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा की हैं। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस सुरक्षा उल्लंघन का दायरा कितना बड़ा है और क्या इसमें अन्य लोग भी शामिल हैं। यह गिरफ्तारी हाल के महीनों में राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों में जासूसी के कई मामलों की कड़ी में एक और उदाहरण है। सुरक्षा एजेंसियां ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतर्कता बरत रही हैं।