बीते 23 अगस्त को पैग़म्बरे इस्लाम (स) के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी के लिए गिरफ़्तार किए जाने और ज़मानत मिलने के एक दिन बाद तेलंगाना पुलिस ने भाजपा से निलंबित विधायक टी. राजा सिंह को निवारक निरोध अधिनियम के तहत हैदराबाद में उनके आवास से गुरुवार को फिर से गिरफ़्तार कर लिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, रिकॉर्ड बताते हैं कि भाजपा से निलंबित विधायक टी. राजा सिंह के ख़िलाफ़ दर्ज 101 आपराधिक मामलों में से 18 सांप्रदायिक अपराधों से संबंधित हैं। हैदराबाद की मंगलहाट पुलिस ने उन पर इस अधिनियम के आदेश को अमल में लाया और उन्हें एक बार फिर गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया है। हैदराबाद के गोशामहल सीट से भाजपा विधायक टी राजा सिंह को 23 अगस्त को इस पैग़म्बरे इस्लाम (स) के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में गिरफ़्तार करने के बाद उसी दिन शाम को ज़मानत मिल गई थी। इसके बाद उनकी गिरफ़्तारी की मांग को लेकर बुधवार रात शालीबंद इलाक़े के पास भारी भीड़ जमा हो गई थी। टी राजा सिंह के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जान-बूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने, धर्म व धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा तथा आपराधिक धमकी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दो बार के विधायक टी राजा सिंह द्वारा यूट्यूब पर एक वीडियो जारी करने के कुछ घंटों बाद 21 अगस्त की रात को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने भाजपा की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैग़बरे इस्लाम (स) के ख़िलाफ़ की गईं उनकी कुछ टिप्पणियों को दोहराया था, जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विवाद को जन्म दे दे दिया था। बहरहाल राजा सिंह के इस वीडियो को बाद में सोशल मीडिया मंचों ने हटा दिया था। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित कर दिए गए विधायक टी. राजा सिंह की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लेमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असददुद्दीन ओवैसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हैदराबाद के कुछ हिस्सों में हुआ प्रदर्शन सीधे तौर पर भाजपा नेता के कथित नफ़रत फैलाने वाले भाषण का नतीजा है। (RZ)