तालेबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद का कहना है कि अभी तक एमन ज़वाहेरी का शव नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि काबुल में अलक़ाएदा प्रमुख के शव को ढूंढने का काम चल रहा है।
इससे पहले तालेबान की सरकार अलक़ाएदा प्रमुख ज़वाहेरी की हत्या की जांच के उद्देश्य से एक टीम का गठन कर चुकी है। तालेबान ने काबुल मेंं अमरीकी ड्रोन आक्रमण की निंदा करते हुए इसको अफ़ग़ानिस्तान की संप्रभुता का हनन बताया था।
उल्लेखनीय है कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अलक़ाएदा के प्रमुख एमन अज़्ज़वाहेरी के ड्रोन हमले में मारे जाने की पुष्टि कर चुके हैं। जो बाइडेन ने कहा था कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में अलक़ाएदा प्रमुख ज़वाहेरी को एक ड्रोन हमले में मार दिया गया।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष के आरंभ में हमारी गुप्तचर संस्थाओं के ज़वाहेरी के काबुल स्थानांतरित होने की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि मैने उसको मारने का आदेश जारी किया था।
बाइडेन ने कहा कि ग्यारह सितंबर 2001 की घटना में ज़वाहेरी भी लिप्त था और पिछले कई दशकों से वह अमरीका विरोधी हमलों का मास्टर माइंड रहा है। अमरीका ने ज़वाहेरी पर 2.5 करोड अमरीकी डाॅलर का इनाम रखा था।
दूसरी ओर अलक़ाएदा के एक वरिष्ठ सदस्य ने एमन अज़्ज़वाहेरी के मारे जाने का खण्डन किया है। ज़वाहेरी के सलाहकार अबूसैफ अलमिस्री ने कई दिन पहले इस बात का खण्डन किया था कि अलक़ाएदा प्रमुख ज़वाहेरी मारे गए हैं।
ज़वाहेरी के सलाहकार अलमिस्री ने ट्वीट किया था कि ज़वाहेरी अभी ज़िंदा हैं और मैंने उनसे स्वयं मुलाक़ात की है। अबूसैफ अलमिस्री ने पूरी दुनिया में अलक़ाएदा के सदस्यों और समर्थको को विश्वास दिलाया है कि ज़वाहेरी ज़िंदा हैं और पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
याद रहे कि तालेबान की ओर से ज़वाहेरी का शव न मिलने की बात कहने और ज़वाहेरी के सलाहकार अबूसैफ अलमिस्री द्वारा यह दावा करने के बाद कि ज़वाहेरी अभी ज़िंदा हैं और मैंने उनसे स्वयं मुलाक़ात की है, ज़वाहेरी की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है।