आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर लगाए "यमुना के पानी में ज़हर मिलाने" के अपने आरोपों पर फिर से चुनाव आयोग को जवाब सौंपा है.
उन्होंने चुनाव आयोग को एक पत्र लिख कर कहा, “हरियाणा से दिल्ली भेजे जा रहे अमोनिया के उच्च स्तर वाले अत्यधिक ज़हरीले पानी को पाए जाने के बाद, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने दिसंबर के आखिरी हफ़्ते में हरियाणा के मुख्यमंत्री को फोन किया और उनसे अमोनिया को कम करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया.”
पत्र में कहा गया, “हालांकि सीएम हरियाणा ने आश्वासन दिया था कि वह ज़रूरी कदम उठाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.”
पत्र में हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे कहा गया, “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि गलती हरियाणा के मुख्यमंत्री की है. भारत की राजधानी के लोगों को गंभीर कष्ट पहुंचाने के प्रयास के लिए उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए.”
पत्र जारी करते हुए उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “दिल्लीवासियों को बहुत-बहुत बधाई. हम सबका संघर्ष रंग लाया. दिल्ली में जो ज़हरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया.”
"चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस देकर सज़ा देने की धमकी दी है. चुनाव आयोग को मेरा जवाब."
केजरीवाल के पत्र पर चुनाव आयोग ने भी जवाब दिया है.
चुनाव आयोग ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा, “आयोग ने आज बहुत ही कम समय के नोटिस पर आप नेता केजरीवाल को धैर्यपूर्वक सुना और उनका जवाब लिया.”
चुनाव आयोग की ओर से आगे कहा गया, “आयोग ने निर्णय किया है कि व्यक्तिगत आरोपों और अपमानजनक रणनीतियों से प्रभावित हुए बिना, उनके जवाब की विस्तार से मेरिट के आधार पर जांच की जाएगी.”