रामदेव ने अपने बयान में कहा था कि शरबत बेचने से जो पैसे मिलते हैं उससे मदरसे और मस्जिद बनवाई जाती है.
योग गुरु रामदेव ने अपने 'शरबत जिहाद' वाले विवादित बयान का ज़िक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इसमें किसी का नाम नहीं लिया.
बीते हफ़्ते रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. रामदेव वायरल वीडियो में कहते दिखे, "जैसे लव जिहाद, वोट जिहाद चल रहा है वैसे ही शरबत जिहाद भी चल रहा है."
अब उन्होंने अपने इस बयान पर सफ़ाई देते हुए कहा, "हमने किसी का नाम नहीं बोला, अब रूह अफ़ज़ा वालों ने शरबत जिहाद को अपने सिर ऊपर ले लिया. इसका मतलब है कि वह यह जिहाद कर रहे होंगे."
रामदेव ने कहा कि अगर हमदर्द और हिमालया की निष्ठा 100 फ़ीसदी इस्लाम में है और वह इसके लिए मदरसे और मस्जिद बनाते हैं तो उन्हें खुश होना चाहिए.
"लेकिन सनातनियों को समझना चाहिए कि किससे सनातन का गौरव बढ़ रहा है और किससे इस्लाम का गौरव बढ़ रहा है."
उन्होंने कहा, "अब इसे लेकर किसी के पेट में दर्द होता हो तो होने दो, जो शरबत जिहाद है वह है ही."