इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मंगलवार शाम दिल्ली में हुई बैठक में हिस्सा लिया. इसमें वक़्फ़ संशोधन विधेयक के संसद में पेश होने और पास किए जाने के दौरान विपक्ष की रणनीति पर चर्चा की गई.
ऐसी चर्चा है कि केंद्र सरकार बुधवार को संसद में इस विधेयक को पेश कर सकती है. इसके मद्देनज़र इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया.
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, “हमें हमारे संवैधानिक मूल्यों को बचाना चाहिए. यह विधेयक असंवैधानिक है. इसलिए, इंडिया गठबंधन और अन्य दल इसके ख़िलाफ़ वोट करेंगे.”
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक और वक़्फ़ संशोधन विधेयक को लेकर कहा, “हम चर्चा चाहते हैं. बीजेपी चर्चा में हिस्सा नहीं लेना चाहती है.”
एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “हम चर्चा में हिस्सा लेंगे. हम उनकी बात सुनेंगे. हम हमारा सच सामने रखेंगे. इंडिया गठबंधन की चर्चा अच्छी रही. हम मिलकर बहस करेंगे.”
उन्होंने कहा, “सशक्त लोकतंत्र में देश किसी के मन से नहीं चलता है, देश संविधान से चलता है.”
आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, “इस पर चर्चा होगी कि यह विधेयक किस तरह ग़ैर-संवैधानिक है. किस तरह से अल्पसंख्यकों पर हमला करने की योजना बन रही है.”
डीएमकेसांसद टी. सिवा ने कहा, “हम चर्चा में हिस्सा लेंगे. हम अपने विचार व्यक्त करेंगे. यह बहुत महत्वपूर्ण विधेयक है. लोगों तक हमारे विचार पहुंचना चाहिए.”
इससे पहले, उमरअब्दुल्ला ने कहा था, “इस बिल से ऐसा लगता है कि एक ही मज़हब को निशाना बनाया जा रहा है. मैंने बार-बार यह कहा है कि हर मज़हब के अपने दायरे होते हैं. हर मज़हब का एक चैरिटेबल विंग होता है.”
“ख़ैरात का एक सिलसिला रहता है, जो हम वक़्फ़ के ज़रिए करते हैं. वक़्फ़ को इस तरह निशाना बनाना अफ़सोस की बात है. हम इस बिल की हिमायत नहीं कर सकते हैं. हमारे जो सांसद हैं, वो इस बिल की मुख़ालफ़त करेंगे.”