दक्षिण कोरिया की संवैधानिक अदालत ने राष्ट्रपति यून सुक-योल पर चलाए जा रहे महाभियोग को सर्वसम्मति से बरकरार रखा है और उनको तत्काल पद से हटाने का फ़ैसला किया है.
इसका मतलब यह है कि अब दक्षिण कोरिया में नए राष्ट्रपति के लिए 60 दिन में चुनाव कराने होंगे. यून के समर्थक जहां इस फ़ैसले से निराश हैं, वहीं उनके विरोधी इस फ़ैसले से ख़ुश हैं.
दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहप के मुताबिक़, विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी ने संवैधानिक अदालत के इस फ़ैसले को आम जनता के लिए बड़ी जीत बताया है.
दिसंबर 2024 में राष्ट्रपति यून सुक-योल ने देश में मार्शल लॉ लगाने की घोषणा की थी. लेकिन, सांसदों और जनता के दबाव में कुछ ही घंटों में उन्होंने मार्शल लॉ का आदेश वापस ले लिया था.
इसके बाद, राष्ट्रपति यून सुक-योल के ख़िलाफ़ राजद्रोह के आरोपों की जाँच शुरू की गई थी.