अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और इस्फहान—पर हवाई हमले किए हैं। ये हमले अमेरिकी वायुसेना के B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर के जरिए किए गए, जिनमें 30,000 पाउंड (13,607 किलोग्राम) वजनी 'बंकर बस्टर' बम, जिसे मेसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर (MOP) के नाम से जाना जाता है, का इस्तेमाल हुआ। इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को काफी नुकसान पहुंचाया है।
मेसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर (MOP) क्या है?
मेसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर (MOP), या GBU-57, 30,000 पाउंड वजनी बम है, जो विशेष रूप से भूमिगत बंकरों और सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उच्च गुणवत्ता वाले स्टील मिश्र धातु से बना होता है, जो इसे जमीन में 200 फीट (लगभग 61 मीटर) तक प्रवेश करने और विस्फोट करने की क्षमता देता है। इसकी डिज़ाइन ऐसी है कि यह लगभग ध्वनि की गति से जमीन में प्रवेश कर सकता है और GPS नेविगेशन की मदद से सटीक निशाना साधता है।
B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर की खासियतें
B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर अमेरिकी वायुसेना का एकमात्र विमान है जो MOP बम को ले जाने और छोड़ने में सक्षम है। इसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
स्टील्थ तकनीक: B-2 रडार की पकड़ से बच सकता है, जिससे यह दुश्मन के हवाई रक्षा तंत्र को चकमा देने में सक्षम है।
लंबी रेंज: यह बिना ईंधन भरे 7,000 मील (11,000 किलोमीटर) और एक बार ईंधन भरने के साथ 11,500 मील (18,500 किलोमीटर) तक उड़ान भर सकता है।
पेलोड क्षमता: B-2 एक साथ दो MOP बम (60,000 पाउंड) ले जा सकता है, जो इसे अत्यंत शक्तिशाली बनाता है।
ऐतिहासिक उपयोग: 1990 के दशक में कोसोवो युद्ध और 2017 में लीबिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हमले के लिए B-2 का उपयोग हुआ, जिसमें इसने 34 घंटे की लंबी उड़ान भरी थी।
बंकर बस्टर की क्षमताएं
बंकर बस्टर बम का पहले कभी युद्ध में उपयोग नहीं हुआ, लेकिन इसका परीक्षण अमेरिका में फोर्डो जैसे बंकरों की नकल पर सफलतापूर्वक किया गया है। यह बम 18 मीटर कंक्रीट या 61 मीटर जमीन में प्रवेश कर सकता है। फोर्डो जैसे 80-90 मीटर गहरे ठिकानों को नष्ट करने के लिए कई बमों का उपयोग करना पड़ता है, जो एक के बाद एक छोड़े जाते हैं।
ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला
21 जून, 2025 को अमेरिका ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमले किए, जिसमें B-2 बॉम्बर ने फोर्डो पर पांच से छह MOP बम गिराए, जबकि नौसेना की पनडुब्बी से 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें नतांज और इस्फहान पर दागी गईं। इन हमलों ने ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम को काफी नुकसान पहुंचाया है, हालांकि स्वतंत्र नुकसान मूल्यांकन अभी बाकी है।
संभावित जोखिम
इन हमलों से फोर्डो में उच्च संवर्धित यूरेनियम के रिसाव का खतरा है, जो रेडियोधर्मी और रासायनिक प्रदूषण का कारण बन सकता है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के अनुसार, नतांज पर पिछले हमलों से आसपास के क्षेत्रों में रेडियेशन का स्तर सामान्य रहा है।
ये हमले अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को और बढ़ा सकते हैं, और ईरान ने इसका जवाब देने की चेतावनी दी है, जिससे आने वाले दिनों में क्षेत्र में और अस्थिरता पैदा हो सकती है।