वक़्फ़ संशोधन क़ानून पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि मुसलमानों के साथ जो किया गया ये ग़लत है.
उन्होंने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई और एएनआई से कहा, “वक़्फ़ बिल को लेकर इस देश का एक अच्छा खासा तबका नाराज़ और परेशान है. उन्हें लगता है कि उनके मज़हबी मामले में सरकार दखल दे रही है.”
जम्मू-कश्मीर के सीएम ने कहा, “हर मज़हब की संपत्ति है लेकिन सोच समझकर एक ही मज़हब को निशाना बनाया गया.”
उन्होंने कहा कि, "अब इस वक़्फ़ बिल के तहत गैर मुसलमानों को कहा जा रहा है कि आप वक़्फ़ की गतिविधि की समीक्षा कर सकते हो. क्या आप किसी गैर हिंदू को ये इजाज़त देते हो कि वह माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कामों पर निगरानी रखें?"
वक़्फ़ संशोधन विधेयक हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा से पारित हुआ था. इसके बाद इस विधेयक को राष्ट्रपति ने मंज़ूरी दी थी, फिर ये क़ानून बन गया था.
भारत सरकार ने मंगलवार को बताया कि वक़्फ़ (संशोधन) अधिनियम, 2025 मंगलवार यानी आठ अप्रैल से लागू हो गया है.