इस्राइली सेना ने घोषणा की है कि उसने ग़ज़ा पट्टी के उत्तर और दक्षिण क्षेत्रों में नया ज़मीनी हमला शुरू किया है।
पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार इस्राइली सेना के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि इस्राइली सेना ने ग़ज़ा पट्टी पर सैन्य ज़मीनी हमले के विस्तार की शुरुआत की है।
अतिग्रहणकारी इस्राइली सेना के प्रवक्ता ने आगे कहा कि पिछले सप्ताह, इस्राइली वायु सेना ने इस हमले की शुरुआती कार्यवाही के तहत ग़ज़ा पट्टी पर बमबारी की थी।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इस हमले में ग़ज़ा के विभिन्न इलाक़ों में हमास के 670 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसका लक्ष्य ज़मीनी ऑपरेशन के लिए रास्ता साफ़ करना था।
ग़ज़ा पर ज़मीनी हमले की पुनः शुरुआत पर ज़ायोनी आलोचना
अतिग्रहणकारी इस्राइली सैनिकों ने ग़ज़ा पट्टी पर ज़मीनी हमले की पुनः शुरुआत की घोषणा के साथ ही, इस शासन के विपक्षी सदस्यों और मीडिया विश्लेषकों ने स्वीकार किया है कि यह अभियान भी फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध को हराने में विफ़ल रहेगा।
इस्राइली युद्ध मंत्री यस्राईल काट्ज़ के हालिया बयान को, जिसमें उन्होंने ग़ज़ा पर हमले की फ़िर से शुरुआत और पश्चिमी तट में हमलों को जारी रखने का बचाव किया, इस शासन के कई विपक्षी सदस्यों और मीडिया विशेषज्ञों की तीव्र प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा है।
काट्ज़ ने कहा कि ग़ज़ा पर यह हमला 1948 में इस्राइली शासन की स्थापना के बाद की सबसे महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई है।
इस्राइली मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार विपक्ष के कुछ सदस्यों ने काट्ज़ को संबोधित करते हुए कहा कि Aravot Gideon नामक ग़ज़ा पर कब्ज़े की योजना युद्ध के किसी भी लक्ष्य को पूरा नहीं करेगी, बल्कि इसके परिणामस्वरूप अधिक संख्या में इस्राइली सैनिकों की मौत होगी।
इस्राइली सेना बीमार सैनिकों को भी युद्ध में भेज रही है। ग़ज़ा पट्टी पर ज़मीनी हमलों की दोबारा शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब ज़ायोनी सूत्रों ने बताया है कि इस्राइली सेना में सैनिकों की भारी कमी के चलते, वह बीमार और मानसिक रूप से परेशान सैनिकों को भी युद्ध में भेज रही है।
ज़ायोनी अख़बार "हाआरेत्ज़" ने लिखा है कि इस्राइली सेना, सैनिकों की कमी और आत्महत्याओं के कारण उन सैनिकों को भी युद्ध में बुला रही है जो पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर जैसी मानसिक बीमारियों से जूझ रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में ग़ज़ा में 151 फ़िलिस्तीनी शहीद
इस्राइली सेना द्वारा ग़ज़ा पट्टी पर पिछले 24 घंटों में किए गए हमलों में 151 फ़िलिस्तीनी नागरिक शहीद हो गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की मदद से इस्राइल ने 7 अक्टूबर 2023 से ग़ज़ावासियों के ख़िलाफ विनाशकारी युद्ध छेड़ रखा है जो व्यापक तबाही और बहुत बड़ी जानी व माली क्षति का कारण बना है लेकिन इसके बावजूद इस्राइल अपने घोषित लक्ष्यों को हासिल नहीं कर सका है यानी वह न तो हमास प्रतिरोध आंदोलन को ख़त्म कर सकी है और न ही हमास द्वारा बंदी बनाये गये अपने सैनिकों को रहि करा सकी है। MM