दोस्त अमेरिका ने भारत के दुश्मन तुर्किये के साथ अत्याधुनिक मिसाइल डील किया है. इस डील की अनुमानित लागत करीब 225 मिलियन डॉलर है. डील में 53 AMRAAM मिसाइलें और 6 गाइडेंस सेक्शन शामिल हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव में तुर्किये अपनी भूमिका के लिए निशाने पर है. भारत ने तुर्किये की कई मौकों पर मदद की, लेकिन जब बात समर्थन की आई तो वह पाकिस्तान के साथ खड़ा हो गया. दुनिया में 50 से ज्यादा मुस्लिम देश हैं उनमें से सिर्फ तुर्किये और अजरबैजान ने ही पाकिस्तान का समर्थन किया. भारत से संघर्ष के दौरान तुर्किये ने पाकिस्तान को ड्रोन के साथ-साथ कई हथियार और उपकरण उपलब्ध करवाए.
तुर्किये की 'गद्दारी' को देखते हुए कई भारतीय व्यापारियों ने वहां से डील से इनकार कर दिया है. ट्विटर पर बॉयकॉट तुर्किये टॉप ट्रेंड में है. मालूम हो कि भारत और तुर्किये के बीच कई जरूरी चीजों का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट होता है.
इन सबके बीच भारत के एक बड़े दोस्त देश ने तुर्की के साथ ऐसा सौदा किया है, जो पूरी दुनिया के लिए घातक साबित हो सकती है. अमेरिका ने अपने भारतीय दोस्त को धोखा देते हुए तुर्किये के साथ बड़ी हथियार डील की है.
भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले तुर्की के साथ अमेरिका ने एयर-टू-एयर मिसाइल बेचने का सौदा किया है. तुर्की के साथ अमेरिका ने जो हथियार डील की है वह काफी विनाशकारी है. अमेरिका और तुर्की के बीच हवा से हवा में मार करने वाली विनाशक मिसाइलों का सौदा हुआ है.
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने 14 मई को तुर्की को AIM-120C-8 एडवांस्ड एयर-टू-एयर मिसाइलों की बिक्री को मंजूरी देने का ऐलान किया है. इस डील की अनुमानित लागत करीब 225 मिलियन डॉलर है. डील में 53 AMRAAM मिसाइलें और 6 गाइडेंस सेक्शन शामिल हैं. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने प्रेस स्टेटमेंट में इसकी जानकारी दी.
इस मिसाइल की इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी हाई स्पीड से हमला करने की क्षमता है. लिहाजा दुश्मनों के फाइटर जेट्स के लिए इसे काल मान सकते हैं. इस मिसाइल में दुनिया के अन्य मिसाइलों के मुकालबे काफी हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है.
वही मिसाइल है, जिसे अमेरिका ने नॉर्वे और जापान जैसे देशों को अपने आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16, F/A-18 और F-35 स्टील्थ फाइटर जेट में लगाने के लिए दिए हैं.