यमन की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता ने बेन गोरियन हवाई अड्डे और तेल अवीव के एक अन्य महत्वपूर्ण लक्ष्य पर दो मिसाइल हमलों की सूचना दी।
पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यमन की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता यह्या सरी ने मंगलवार शाम जारी एक बयान में कहा कि पवित्र मस्जिद अल-अक्सा पर हजारों इज़रायली हमलावरों के आक्रमण और अपमान के जवाब में और ग़ाजा में फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन में इस्राइली नरसंहार की निंदा की और कहा कि यमन के मिसाइल ने दो विशेष और संयुक्त ऑपरेशनों में अतिग्रहित क्षेत्रों में लक्ष्यों को निशाना बनाया।
उन्होंने बताया कि पहला ऑपरेशन अल-क़ुद्स तेल अवीव के याफ़ा शहर में स्थित बिन गुरियन हवाई अड्डे को उच्च गति वाली सुपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल "फलस्तीन 2" से अंजाम दिया गया। दूसरा ऑपरेशन बैलिस्टिक मिसाइल "ज़ुलफ़ेक़ार" से तेल अवीव के पूर्वी हिस्से में शत्रु के एक महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हमला था।
ग़ाज़ा के केन्द्र में इज़रायली सैनिकों के ठिकाने में धमाका
फ़िलिस्तीन इस्लामी जिहाद की सैन्य शाखा, सराया अल-कुद्स ने कल घोषणा की कि उन्होंने ग़ाज़ा शहर के पूर्वी हिस्से में शजायिया इलाके में इज़रायली सैनिकों के छिपने के स्थान को उड़ा दिया है। इस धमाके में कई इज़राइली सैनिक मारे गए और घायल हुए।
इज़राइल के बर्बर हमलों में 15 फ़िलिस्तीनी शहीद
इसी दौरान फ़िलिस्तीनी सूत्रों ने बताया कि ग़ाज़ा के अल-सफतावी इलाके में फ़िलिस्तीनी पत्रकार उसामा अल-अरबीद के घर पर बमबारी हुई, जिसमें आठ लोग मारे गए और कई घायल हुए। इन हमलों में इस पत्रकार के पूरे परिवार के सदस्य शहीद हो गए।
ग़ाज़ा पट्टी के मध्य में स्थित दैरुल बलह शहर में भी हवाई हमलों के कारण कई लोग शहीद या घायल हुए। दैरुल बलह शहर के हारा बशारा इलाक़े और दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ह शहर के पश्चिम में अल-अलम मैदान के आसपास के इलाक़े भी इज़रायली सेना के हमलों का निशाना बने।
ख़ान युनूस के दक्षिण-पूर्व में स्थित मअन उपनगर भी इस इज़रायली बमबारी से बचा नहीं।
इज़राइली सेना के सैकड़ों अधिकारियों ने ग़ाज़ा में अनैतिक युद्ध को समाप्त करने का आह्वान किया
इज़राइली सेना के अपराध ऐसी स्थिति में जारी हैं जब इस सेना के लगभग 1200 सक्रिय और रिजर्व अधिकारियों ने एक पत्र में इस्राइली सरकार और प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे ग़ाज़ा में युद्ध को बंद करें। इस पत्र में इस संघर्ष को एक राजनीतिक टकराव बताया गया है जो इस्राइल की राष्ट्रीय सुरक्षा की सेवा नहीं करता। उन्होंने तुरंत युद्धविराम और सभी बंदियों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
इजरायली संसद कनेसट में बंदी सैनिकों की माताओं का विरोध प्रदर्शन
इसी बीच इज़रायली मीडिया ने बताया है कि ग़ाज़ा में बंदी सैनिकों की माताओं ने इस्राइली संसद के भीतर प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने गाजा युद्ध के जारी रहने और प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतन्याहू की राजनीतिक लक्ष्यों के लिए अपने बच्चों की बलि देने के ख़िलाफ अपनी नाराज़गी जताई। ये माताएं युद्ध की निरंतरता और अपने बच्चों की रिहाई के प्रति सरकार की उदासीनता से गुस्से में हैं। mm