भारत-पाकिस्तान संघर्ष खत्म होने के बाद भारत सरकार की ओर से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की घोषणा की गई है जिसका मकसद मित्र देशों को भारत की कार्रवाई और रुख़ के बारे में बताना है.
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता शशि थरूर का नाम शामिल होने के बाद हो रहे राजनीतिक विवाद पर शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी है.
शशि थरूर ने कहा है, “पार्टी को अपनी राय रखने का पूरा हक है जैसा कि स्पष्ट है कि यह सरकार का डेलिगेशन है तो सरकार की अपनी राय थी कि उन्हें इसके लिए कौन सही लगता है.”
उन्होंने कहा, “जब भी मेरे देश को जरूरत होगी है मैं उपलब्ध रहूंगा और मैं अपने देश के लिए हाजिर हूं. मेरे मुताबिक इसका पार्टी पॉलिटिक्स से कोई लेना-देना नहीं है."
कांग्रेस की ओर से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए जिन लोगों का नाम दिया गया उनमें शशि थरूर का नाम नहीं था.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के मुताबिक़, शुक्रवार को दोपहर तक चार नाम दिए गए. जिनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नासिर हुसैन और राजा बरार के नाम थे.