13 जून 2025, तेहरान: शुक्रवार सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में हुए हवाई हमलों ने मध्य पूर्व में तनाव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इजरायल ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है, दावा किया कि यह ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने के लिए जरूरी था। तेहरान में स्थानीय लोगों ने जोरदार धमाकों और आग की लपटों की सूचना दी, जिससे शहर में दहशत फैल गई।
हमले की पृष्ठभूमि
इजरायल ने कहा कि यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए किया गया, जिसे वह अपने लिए खतरा मानता है। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब पहुंच रहा था, और यह कार्रवाई उसकी क्षमता को कमजोर करने के लिए जरूरी थी। दूसरी ओर, ईरानी मीडिया ने इन हमलों को "आतंकवादी कृत्य" करार दिया और कहा कि नागरिक क्षेत्र भी प्रभावित हुए हैं।
क्या हुआ?
स्थान: तेहरान के सैन्य अड्डों, मिसाइल गोदामों और नतांज़ में परमाणु सुविधा को निशाना बनाया गया।
नुकसान: ईरानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों के हताहत होने की खबरें, हालांकि आधिकारिक पुष्टि बाकी है।
प्रतिक्रिया: ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
वैश्विक चिंता
अमेरिका: वाशिंगटन ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए, लेकिन इस हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं थी।
संयुक्त राष्ट्र: क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की गई।
अन्य देश: सऔर कुछ अन्य देशों ने हमले की निंदा करते हुए इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरनाक बताया।
असर
हमलों के बाद तेल की कीमतों में तेज उछाल देखा गया, और वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई। मध्य पूर्व में पहले से मौजूद तनाव, खासकर इजरायल और ईरान समर्थित समूहों के बीच, अब और गहरा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान की प्रतिक्रिया इस संकट के भविष्य को तय करेगी।
आगे की राह
इजरायल ने अपने नागरिकों को संभावित जवाबी हमलों के लिए तैयार रहने को कहा है। ईरान ने अभी तक कोई प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई नहीं की, लेकिन क्षेत्र में उसके सहयोगी समूह सक्रिय हो सकते हैं। यह स्थिति क्षेत्रीय युद्ध की ओर बढ़ सकती है, जिसके वैश्विक परिणाम होंगे।