रूस ने रविवार, 22 जून, 2025 को ईरान के फोर्दो, नतांज़ और इस्फहान परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “रूस ईरान की परमाणु सुविधाओं पर अमेरिका के हमलों की कड़ी निंदा करता है। यह एक संप्रभु राष्ट्र के खिलाफ गैरकानूनी और गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है।”
बयान में आगे जोर देकर कहा गया, “हम तत्काल आक्रामकता को समाप्त करने और स्थिति को शांतिपूर्ण व कूटनीतिक रास्ते पर लाने के लिए प्रयास तेज करने की अपील करते हैं।” रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले में हस्तक्षेप करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।
अमेरिका ने रविवार तड़के ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमले किए, जिनमें बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स द्वारा फोर्दो और नतांज़ पर बंकर-बस्टर बम और इस्फहान पर टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागी गईं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इन हमलों को “सफल” करार देते हुए दावा किया कि ईरान की परमाणु सुविधाएं “पूरी तरह नष्ट” हो गई हैं। हालांकि, ईरान ने इन हमलों के प्रभाव को कमतर बताते हुए कहा कि सुविधाएं पहले ही खाली कर दी गई थीं और कोई रेडियोधर्मी रिसाव नहीं हुआ।
इस घटना ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है, जहां इज़रायल और ईरान के बीच पहले से ही सैन्य संघर्ष चल रहा है। रूस ने चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाइयां क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।