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Sunday, 29 June 2025

अराक़चीः हमने ख़ून दिया, लेकिन ज़मीन और इज़्ज़त नहीं दी, बक़ाई: हर शहीद एक बीज है जो नए नायकों को जन्म देता है

अराक़चीः हमने ख़ून दिया, लेकिन ज़मीन और इज़्ज़त नहीं दी, बक़ाई: हर शहीद एक बीज है जो नए नायकों को जन्म देता है
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्रालय ने शहीदों के दफ़्न समारोह को एक राष्ट्र के एकता का प्रदर्शन बताया है।

तेहरान: इस्राइली शासन द्वारा ईरान पर हमले में शहीद हुए लोगों का अंतिम संस्कार समारोह शनिवार को तेहरान में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति में आयोजित किया गया।

पार्स टूडे ने IRNA के हवाले से बताया है कि ईरानी विदेश मंत्रालय ने 'शहीदों के भव्य दफ़्न समारोह के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक संदेश जारी किया।

संदेश में कहा गया है कि यह अंतिम संस्कार केवल एक विदाई समारोह नहीं था बल्कि एक राष्ट्र की एकता का प्रदर्शन था जिसने अपनी उपस्थिति के माध्यम से आतंकवाद को जवाब दिया। एक ऐसा राष्ट्र जिसने स्वतंत्रता, आज़ादी और गौरव की राह में कई परीक्षाएं दी हैं और हमेशा गर्व से विजयी हुआ है।"

ईरानी विदेश मंत्रालय ने बल देकर कहा कि महान ईरानी जनता ने आज, अशुरा की यादों से जुड़े दिन में जोश और गहरे अर्थ के साथ, अपने वीर सपूतों के पवित्र शवों को अंतिम विदाई दी। ये वे पुरुष, महिलाएं और बच्चे थे जिन्होंने इस्राइली शासन और अमेरिका द्वारा थोपे गए युद्ध के दौरान शहादत पायी।

संदेश के अगले भाग में कहा गया है:

"यह भव्य व दृढ़तापूर्ण उपस्थिति न केवल ईरानी जनता की मातृभूमि और गौरव के मार्ग में बलिदान एवं प्रतिरोध के प्रति निष्ठा का प्रतीक है, बल्कि इसने विश्व को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि ईरान की जनता धमकियों को एकजुटता में बदल देती है और युद्ध को राष्ट्रीय इच्छाशक्ति को पूरा करने तथा अपने मार्ग को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में परिवर्तित कर देती है।

अराक़ची "हमने खून दिया, लेकिन ज़मीन और इज़्ज़त नहीं दी"

सैयद अब्बास अराक़ची ने तेहरान में शहीदों के दफ़्न समारोह में भाग लेने के बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ज़ोर देकर कहा कि इतिहास लिखेगा: ईरानियों ने खून दिया, लेकिन ज़मीन नहीं दी; अपने प्रियतमों को कुर्बान किया, लेकिन इज़्ज़त नहीं दी; हजारों टन के बमों की बारिश के बीच डटे रहे, लेकिन घुटने नहीं टेके।"

अराक़ची ने आगे लिखा:

"संरचनाएं और भवन, चाहे कितने भी महत्वपूर्ण और मूल्यवान हों, समय के साथ नई भव्यता और अधिक मजबूती के साथ बन जाते हैं, भले ही इसमें सालों लग जाएं। लेकिन एक राष्ट्र का गौरव सबसे अधिक मूल्यवान है। आज ईरानियों ने दो परमाणु-सशस्त्र शासनों के खिलाफ वीरतापूर्ण प्रतिरोध के माध्यम से अपने सम्मान और गर्व की रक्षा की है और अब वे पहले से कहीं अधिक गर्वित, सम्मानित और दृढ़ता से भविष्य की ओर देख रहे हैं।"

बक़ाई: हर शहीद एक बीज है, जो नए नायकों को जन्म देता है।

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बक़ाई ने शहीदों के अंतिम संस्कार समारोह में भाग लेने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:

आज ईरान की वीर जनता ने अपने सबसे पवित्र और देशभक्त पुत्रों - कमांडरों, विद्वानों, एथलीटों, महिलाओं और बच्चों को, जो आक्रामक ज़ायोनी शासन द्वारा थोपे गए युद्ध में शहीद हुए थे, भारी दुःख के साथ लेकिन दृढ़ता और सम्मान के साथ अपने कंधों पर उठाया और अवर्णनीय सम्मान के साथ, पौराणिक नायकों की तरह, मातृभूमि की गोद में सुपुर्द किया ताकि हर एक शहीद एक बीज बन सके जो भविष्य में नए नायकों को जन्म देगा।"

बक़ाई ने आगे कहा: ईरानियों ने साबित कर दिया है कि वे इमाम हुसैन की उम्मत हैं, एक ऐसा राष्ट्र जो सत्य और असत्य के मैदान में, अपने विश्वास, दृढ़ता और राष्ट्रीय एकता के बल पर, हर बुराई पर विजय पाने की क्षमता रखता है।"

मुहाजेरानी: "सलाम हो ईरान की सम्मानित जनता को"

फ़ातेमा मुहाजेरानी ईरान की सरकार की प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर लिखा:

"मातृभूमि के शहीदों के अंतिम संस्कार में लोगों की शानदार उपस्थिति ने एक बार फिर साबित कर दिया कि ईरान की प्रतिष्ठा और सुरक्षा की रक्षा में राष्ट्रीय एकता राजनीतिक मतभेदों से ऊपर है। हम ईरान की सम्मानित जनता को सलाम करते हैं। MM