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Wednesday, 25 June 2025

खड़गे ने बीजेपी पर महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जवाब न देने का आरोप लगाया।

खड़गे ने बीजेपी पर महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जवाब न देने का आरोप लगाया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी संविधान यात्रा से घबरा गई है और 50 साल पुरानी इमरजेंसी का मुद्दा उठाकर ध्यान भटका रही है।

खड़गे ने बीजेपी पर महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जवाब न देने का आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि देश में अघोषित इमरजेंसी चल रही है, जहां लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है।

यह मुद्दा राजनीतिक रूप से संवेदनशील है, और दोनों पक्षों के अपने दावे हैं, इसलिए यह विवादास्पद है।

खड़गे का बीजेपी पर हमला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी कांग्रेस की एक साल से चल रही संविधान यात्रा से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी शासन की विफलताओं को छिपाने के लिए 50 साल पुरानी इमरजेंसी का मुद्दा उठा रही है। खड़गे ने कहा, "जो लोग अपने गर्वनेंस में नाकामयाब रहे, कुछ नहीं कर पाए और उनकी विफलता इतनी है कि लोग महंगाई को लेकर सवाल कर रहे हैं। इस सवाल का जवाब नहीं है। बेरोजगारी का जवाब नहीं है। भ्रष्टाचार पर जवाब नहीं है।"

अघोषित इमरजेंसी का आरोप

खड़गे ने यह भी दावा किया कि देश में एक अघोषित इमरजेंसी चल रही है, जहां असहमति को दबाया जा रहा है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "इमरजेंसी तो अब आप लेकर आए हैं। ये अघोषित इमरजेंसी है। वो इमरजेंसी तो चली गई और संविधान में बदलाव भी हो गया। अब वो इमरजेंसी नहीं है।"

राजनीतिक संदर्भ

यह बयान 25 जून 2025 को आया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ को "संविधान हत्या दिवस" के रूप में मनाया। खड़गे का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को उठाकर कांग्रेस की संविधान यात्रा से ध्यान भटकाना चाहती है, जो संविधान की रक्षा और उसके मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है।

विस्तृत सर्वेक्षण नोट

परिचय

25 जून 2025 को, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी कांग्रेस की संविधान यात्रा से घबरा गई है और इसलिए वे 50 साल पुरानी इमरजेंसी का मुद्दा उठाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने इमरजेंसी को "संविधान हत्या दिवस" कहा था। खड़गे के बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह बीजेपी की शासन और कांग्रेस की संविधान यात्रा के बीच एक बड़ा टकराव दर्शाता है।

खड़गे के बयान का विश्लेषण

खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "एक साल से चल रही हमारी संविधान यात्रा से बीजेपी घबरा गई है। घबराने के बाद इन्हें कुछ ना कुछ करना है। इसलिए वो 50 साल पुरानी इमरजेंसी की बात अब कर रहे हैं।" उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं। खड़गे ने कहा, "मैं सिर्फ ये कहना चाहता हूं जो लोग अपने गर्वनेंस में नाकामयाब रहे, कुछ नहीं कर पाए और उनकी विफलता इतनी है कि लोग महंगाई को लेकर सवाल कर रहे हैं। इस सवाल का जवाब नहीं है। बेरोजगारी का जवाब नहीं है। भ्रष्टाचार पर जवाब नहीं है।"

इसके अलावा, खड़गे ने बीजेपी पर संविधान को कमजोर करने और लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "जो बातें ये करते आए हैं। उन झूठ को छुपाने के लिए आज ये नाटक रचा जा रहा है। मैं ये सवाल करना चाहता हूं आप एक तरफ गरीब को और गरीब बना रहे हैं। अमीर को और अमीर बना रहे हैं। इस खाई को वो खत्म नहीं कर सकते हैं।"

अघोषित इमरजेंसी का दावा

खड़गे का एक और महत्वपूर्ण दावा था कि देश में एक अघोषित इमरजेंसी चल रही है। उन्होंने कहा, "इमरजेंसी तो अब आप लेकर आए हैं। ये अघोषित इमरजेंसी है। वो इमरजेंसी तो चली गई और संविधान में बदलाव भी हो गया। अब वो इमरजेंसी नहीं है।" यह दावा बीजेपी की नीतियों और उनके शासन के तरीके पर सवाल उठाता है, खासकर असहमति को दबाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के संदर्भ में।

संदर्भ और स्रोत

खड़गे के बयान विभिन्न समाचार स्रोतों में विस्तार से कवर किए गए हैं। उदाहरण के लिए, Times of India ने बताया कि खड़गे ने बीजेपी को संविधान यात्रा से घबराने का आरोप लगाया और कहा कि वे अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए इमरजेंसी का मुद्दा उठा रहे हैं। ABP News ने खड़गे के अघोषित इमरजेंसी के दावे को हाइलाइट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि 2014 से देश में एक नई तरह की इमरजेंसी चल रही है। The Hindu ने खड़गे के उस बयान को उद्धृत किया, जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी शासन की विफलता छिपाने के लिए इमरजेंसी पर नाटक कर रही है।

राजनीतिक प्रभाव

खड़गे के बयान का राजनीतिक प्रभाव काफी गहरा हो सकता है, खासकर आगामी चुनावों के संदर्भ में। कांग्रेस की संविधान यात्रा, जो संविधान की रक्षा और उसके मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, बीजेपी के लिए एक चुनौती बन गई है। खड़गे का दावा है कि बीजेपी इस यात्रा से डर गई है और इसलिए वे पुराने मुद्दों को उठाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। यह दावा बीजेपी की शासन और उनकी नीतियों पर सवाल उठाता है, जो राजनीतिक बहस को और गर्म कर सकता है।

संविधान यात्रा से डर

बीजेपी कांग्रेस की संविधान यात्रा से घबरा गई है।

इमरजेंसी का मुद्दा

बीजेपी 50 साल पुरानी इमरजेंसी का मुद्दा उठाकर ध्यान भटका रही है।

शासन की विफलता

बीजेपी महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर जवाब नहीं दे पा रही है।

अघोषित इमरजेंसी

देश में अघोषित इमरजेंसी चल रही है, असहमति को दबाया जा रहा है।

संविधान को नुकसान

बीजेपी और आरएसएस संविधान को नष्ट करने और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

निष्कर्ष

खड़गे के बयान से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस बीजेपी की शासन और नीतियों पर हमला करने के लिए संविधान और लोकतंत्र के मुद्दे को केंद्र में रख रही है। यह राजनीतिक टकराव आने वाले समय में और तेज हो सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने दावों को साबित करने की कोशिश करेंगे। खड़गे का यह बयान न केवल बीजेपी पर हमला है, बल्कि कांग्रेस की संविधान यात्रा की सफलता को भी दर्शाता है, जो बीजेपी के लिए एक चुनौती बन गई है।