Breaking

यमन ने सऊदी अरब के सामने रखी अजीब शर्त, यमनियों की जाल में फंसा रियाज़...

Wednesday, 25 June 2025

न्यूयॉर्क के पहले भारतीय शिया मुस्लिम मेयर बने जोहरान मामदाणी: एक ऐतिहासिक जीत

न्यूयॉर्क के पहले भारतीय शिया मुस्लिम मेयर बने जोहरान मामदाणी: एक ऐतिहासिक जीत
न्यूयॉर्क के पहले भारतीय-शिया मुस्लिम मेयर बने जोहरान ममदानी: एक ऐतिहासिक जीत

न्यूयॉर्क, 25 जून 2025: भारतीय मूल के शिया मुस्लिम जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। अगर वे नवंबर 2025 में होने वाले मुख्य चुनाव में जीतते हैं, तो वे न्यूयॉर्क के पहले भारतीय-अमेरिकी और पहले मुस्लिम मेयर बनकर इतिहास रच देंगे। 33 वर्षीय जोहरान ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को हराकर सभी को चौंका दिया।

जोहरान ममदानी का जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। उनके पिता, महमूद ममदानी, एक प्रख्यात शिक्षाविद् हैं, जो पहले युगांडा की एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे और बाद में अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे। उनकी मां, मीरा नायर, विश्व प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता हैं, जिन्हें मॉनसून वेडिंग और द नेमसेक जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। सात साल की उम्र में जोहरान अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क आ गए और 2018 में अमेरिकी नागरिक बने।

जोहरान ने अपनी प्रगतिशील नीतियों और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के दम पर युवाओं, आप्रवासियों और कामकाजी वर्ग का समर्थन हासिल किया। उनके अभियान का मुख्य मुद्दा न्यूयॉर्क में रहने की बढ़ती लागत को कम करना रहा, जिसमें मुफ्त बस सेवा, किफायती आवास, और अमीरों पर अधिक कर लगाने जैसे वादे शामिल हैं। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों से प्रेरित सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए, खासकर टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर, युवाओं के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की।
न्यूयॉर्क, तेल अवीव के बाद यहूदी समुदाय की सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है, जहां करीब 10 लाख मुस्लिम भी रहते हैं। जोहरान की जीत को एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है, क्योंकि यह शहर के विविधतापूर्ण सामाजिक ताने-बाने को दर्शाता है। हालांकि, उनके इजरायल-विरोधी रुख और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना ने कुछ विवाद भी खड़े किए हैं।

जोहरान ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "आज रात हमने इतिहास रच दिया। यह जीत न्यूयॉर्क के आम लोगों की है, जो एक किफायती और समावेशी शहर चाहते हैं।" अब उनका मुकाबला नवंबर में मौजूदा मेयर एरिक एडम्स और अन्य उम्मीदवारों से होगा।

जोहरान ममदानी की इस जीत ने न केवल न्यूयॉर्क, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय और मुस्लिम समुदायों के लिए एक नया अध्याय खोल दिया है। उनकी कहानी प्रेरणा देती है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी सामाजिक बदलाव ला सकता है।