अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्य पूर्व के लिए विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के प्रभाव को लेकर लीक हुई खुफिया रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस लीक को 'देशद्रोह' करार देते हुए इसकी जांच की मांग की है। फॉक्स न्यूज के साथ बातचीत में विटकॉफ ने कहा, "यह अपमानजनक है, यह देशद्रोह है और इसकी जांच होनी चाहिए। जो भी इसके लिए जिम्मेदार है, उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।"
पेंटागन की रिपोर्ट पर विवाद
पेंटागन की एक प्रारंभिक खुफिया मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के परमाणु ठिकानों—फोर्दो, नटांज और इस्फहान—पर अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ, बल्कि इसमें केवल कुछ महीनों की देरी हुई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि हमले में सतह पर बने ढांचों को नुकसान पहुंचा, लेकिन भूमिगत सेंट्रीफ्यूज और समृद्ध यूरेनियम का भंडार सुरक्षित रहा।
विटकॉफ का दावा: ठिकाने पूरी तरह तबाह
विटकॉफ ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि हमले में इस्फहान का कन्वर्जन प्लांट "पूरी तरह नष्ट" हो गया और फोर्दो परमाणु संयंत्र पर 12 बंकर बस्टर बम गिराए गए, जिन्होंने इसकी सुरक्षा परत को भेदकर इसे "पूरी तरह तबाह" कर दिया। उन्होंने दावा किया कि नटांज का भूमिगत रिएक्टर भी "विनाशकारी" रूप से क्षतिग्रस्त हुआ। विटकॉफ ने जोर देकर कहा कि यह सुझाव देना कि हमले अपने उद्देश्य में असफल रहे, "पूरी तरह बेतुका" है।
ट्रंप का समर्थन, दोहराया 'विनाश' का दावा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विटकॉफ के बयान का समर्थन करते हुए ट्रुथ सोशल पर फॉक्स न्यूज के साथ उनकी बातचीत का वीडियो साझा किया। ट्रंप ने लिखा, "स्टीव विटकॉफ का कहना है: हमने फोर्दो ठिकाने पर 12 बंकर बस्टर बम गिराए। इसमें कोई शक नहीं कि बमों ने उसकी सुरक्षा परत को भेद दिया और कोई शक नहीं कि वह ठिकाना पूरी तरह तबाह हो गया।" ट्रंप ने यह भी दावा किया कि हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को "दशकों पीछे" धकेल दिया, हालांकि पेंटागन की रिपोर्ट इससे इत्तेफाक नहीं रखती।
युद्धविराम और भविष्य की रणनीति
विटकॉफ ने यह भी पुष्टि की कि ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम फिलहाल कायम है, और दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी बंद है। उन्होंने कहा, "प्रमाण इस बात में है कि कोई किसी पर गोली नहीं चला रहा।" हालांकि, लीक हुई रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, जिसके चलते भविष्य में तनाव बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
लीक की जांच की मांग
विटकॉफ ने लीक को "जानलेवा" बताते हुए कहा कि इससे भविष्य में अमेरिकी सैन्य अभियानों और जिंदगियों को खतरा हो सकता है। व्हाइट हाउस ने भी इस रिपोर्ट को "पूरी तरह गलत" और ट्रंप को "नीचा दिखाने का प्रयास" करार दिया है। रक्षा सचिव पीट हेग्सेथ और विदेश सचिव मार्को रुबियो ने भी लीक की निंदा की और इसे राजनीति से प्रेरित बताया।