कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आला पुलिस अधिकारियों के निलंबन का निर्देश दिया है (फ़ाइल फ़ोटो)
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए भगदड़ मामले में गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर सहित कई शीर्ष पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
सीएम सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एडीजीपी रैंक के अधिकारी बी दयानंद को निलंबित किए जाने के कैबिनेट के फ़ैसले की जानकारी दी. बी दयानंद हाल के वर्षों में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के रूप में सबसे लंबे समय तक रहे हैं.
कर्नाटक में पहले कभी भी बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर को निलंबित नहीं किया गया है.
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर के साथ के अलावा, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर विकास कुमार विकास, डीसीपी सेंट्रल शेखर एचटी, एसीपी बालकृष्ण को भी निलंबित किया गया किया गया है.
कैबिनेट ने पूर्व हाई कोर्ट जज जस्टिस माइकल कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग गठित करने का फ़ैसला किया है.
सिद्धारमैया ने कहा, "इन अधिकारियों को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि वे गैर-ज़िम्मेदार और लापरवाह हैं. मेरे विधायक, मंत्री, उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री बनने के बाद से ऐसी घटना नहीं हुई है. इस घटना ने हमें आहत किया है."
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार को हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 33 लोग घायल हुए थे.
यह सभी 18 साल बाद आईपीएल ट्रॉफ़ी जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने पहुंचे थे.
इससे पहले इस मामले में गुरुवार को ही कर्नाटक पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की है.
एफ़आईआर में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, इवेंट कराने वाली कंपनी डीएनए और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन का नाम भी शामिल है.
इसके अलावा कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी करते हुए स्थिति की रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में दस जून को सुनवाई होगी.