नई दिल्ली, 30 जुलाई 2025: 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को लागू करने से देश की अर्थव्यवस्था में 7 लाख करोड़ रुपये तक की बचत हो सकती है। यह बात संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद पीपी चौधरी ने बुधवार को कही। उन्होंने समिति की बैठक में 'एक साथ चुनाव' और 'अलग-अलग चुनाव' के आर्थिक प्रभावों के विश्लेषण की जानकारी दी। चौधरी ने बताया कि अध्ययन के अनुसार, एक साथ चुनाव कराने से जीडीपी पर 1.6 प्रतिशत का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा, "लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने से भारी आर्थिक बचत हो सकती है, लेकिन पंचायत और विधानसभा उपचुनावों को एक साथ कराना संभव नहीं है।" यह तर्क कई बीजेपी शासित राज्यों ने भी रखा है। जेपीसी की अगली बैठक 11 अगस्त को प्रस्तावित है, जिसमें राजनीतिक और सामाजिक वैज्ञानिक विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे। समिति इस मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श के बाद अपनी सिफारिशें केंद्र सरकार को सौंपेगी।
एक राष्ट्र, एक चुनाव' से 7 लाख करोड़ की बचत संभव: पीपी चौधरी