भावनगर में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव नजदीक आने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आंतरिक कलह चरम पर पहुंच गई है। मेयर भरतभाई बारड ने पार्टी के सोशल मीडिया ग्रुप में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उनके साथ हो रहे अन्याय और दबाव का आरोप लगाया। विवाद इतना बढ़ा कि मेयर ने सार्वजनिक रूप से आत्महत्या की धमकी तक दे दी, जिससे स्थानीय BJP नेताओं में खलबली मच गई। खासकर तब, जब पार्टी के प्रभारी रत्नाकरजी की भावनगर यात्रा नजदीक है।
आत्महत्या की धमकी और भड़ास !
सूत्रों के अनुसार, मेयर भरतभाई बारड ने शहर BJP के व्हाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट में अपनी निष्ठा और 1978 से जनसंघ से जुड़े होने की बात कही। उन्होंने बताया कि मेयर का पद उनकी मेहनत और पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण मिला, न कि किसी की सिफारिश से। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें निशाना बना रहे हैं और वरिष्ठ कार्यकर्ता के रूप में उनके साथ गलत व्यवहार हो रहा है। एक अन्य मैसेज में उन्होंने लिखा, "अगर कोई मुझ पर दबाव डालेगा, तो मैं सार्वजनिक रूप से आत्महत्या कर लूंगा।" उन्होंने यह भी कहा कि अब उनसे सहन नहीं हो रहा और आत्महत्या से पहले वे कई राज खोलेंगे। इस पोस्ट ने रात 11:30 बजे पार्टी में हड़कंप मचा दिया, जिसके बाद ग्रुप एडमिन ने इसे तुरंत डिलीट कर दिया।
भावनगर BJP में तनाव !
पिछले कुछ समय से भावनगर BJP में संगठन और निर्वाचित नगरसेवकों के बीच तनाव चल रहा है। पहले भी नगरसेवकों ने संगठन के खिलाफ प्रदेश स्तर पर शिकायतें की थीं। सूत्रों के मुताबिक, मेयर भरतभाई बारड को पूर्व अध्यक्ष अभय चौहान के करीबी होने के कारण नजरअंदाज किया जा रहा है। यह विवाद तब और बढ़ गया जब मेयर ने लारी-गल्ला विभाग में एक कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की। भ्रष्टाचार रोकने के लिए मेयर का कड़ा रुख रहा है।
हनी ट्रैप का सनसनीखेज आरोप !
मेयर ने दावा किया कि BJP के एक वार्ड अध्यक्ष और एक महिला पदाधिकारी ने उन्हें हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश के पीछे पार्टी के बड़े नेताओं का हाथ है। इस घटना से वे बेहद आहत हुए। बुधवार को BJP प्रभारी रत्नाकरजी की भावनगर यात्रा के दौरान मेयर इस मुद्दे को उठाने वाले थे, लेकिन उन्हें रोकने के लिए दबाव बनाया गया, जिसके बाद उन्होंने गुस्से में यह पोस्ट की। कॉर्पोरेशन चुनाव में छह महीने बाकी होने के कारण मेयर की यह नाराजगी कई नेताओं की राजनीतिक करियर पर असर डाल सकती है।