नबरंगपुर, ओडिशा: नबरंगपुर जिले के कोसागुमुड़ा ब्लॉक में शनिवार रात एक 23 वर्षीय युवती का शव उसके घर से मात्र 30 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ। परिवार वालों ने युवती के साथ बलात्कार और हत्या का गंभीर आरोप लगाया है, जिसके बाद इस मामले ने स्थानीय स्तर पर तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और इसमें फॉरेंसिक टीम के साथ-साथ डॉग स्क्वॉड को भी शामिल किया गया है। नबरंगपुर के सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ) सत्यजीत कंदनकेल ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नबरंगपुर जिला अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने कहा, “हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। परिजनों ने हत्या की शिकायत दर्ज की है, और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। हालांकि, प्राथमिकी में बलात्कार का उल्लेख नहीं है, फिर भी हम इस दृष्टिकोण से भी जांच कर रहे हैं।” मृत युवती के एक रिश्तेदार ने स्थानीय मीडिया को बताया कि युवती को देर रात अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि युवती के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या की गई। इस घटना ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब हाल ही में ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाओं में वृद्धि की बात सामने आई है।
जांच में तेजी, राजनीतिक विवाद यह घटना ऐसे समय में हुई है जब ओडिशा में भाजपा की सरकार को सत्ता में आए 100 दिन पूरे हो चुके हैं। विपक्षी दल, विशेष रूप से बीजू जनता दल (बीजेडी), ने इस घटना को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। बीजेडी का आरोप है कि भाजपा शासन में महिलाओं के खिलाफ अपराध, जैसे बलात्कार और हत्या, में वृद्धि हुई है। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विपक्ष इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रहा है।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के नतीजे इस मामले में आगे की दिशा तय करेंगे।
नबरंगपुर में पहले भी उठ चुके हैं सवाल नबरंगपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं पहले भी चर्चा में रही हैं। सितंबर 2024 में, तेंटुलीखुंटी क्षेत्र में एक 10 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उस घटना ने भी जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए थे।
इस ताजा घटना ने एक बार फिर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सामने चुनौती पेश की है। समाज और राजनीतिक दलों की नजर इस मामले पर टिकी है, और लोग यह उम्मीद कर रहे हैं कि पीड़िता के परिवार को जल्द न्याय मिलेगा।