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Saturday, 2 August 2025

अमेरिका ने 7 महीनों में 1700 से अधिक भारतीयों को किया निर्वासित, पंजाब और हरियाणा से सबसे ज्यादा

अमेरिका ने 7 महीनों में 1700 से अधिक भारतीयों को किया निर्वासित, पंजाब और हरियाणा से सबसे ज्यादा
डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद भारतीय नागरिकों के निर्वासन (डिपोर्टेशन) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि निर्वासन की प्रक्रिया मानवीय दृष्टिकोण के साथ हो। मंत्रालय ने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को हथकड़ी लगाने और धार्मिक-सांस्कृतिक संवेदनशीलता के उल्लंघन पर चिंता व्यक्त की है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक, यानी पिछले सात महीनों में, अमेरिका ने कुल 1,703 भारतीय नागरिकों को निर्वासित किया है, जिनमें 141 महिलाएं शामिल हैं। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में यह जानकारी साझा की। 

ट्रम्प शासन में तेज हुआ निर्वासन

 विदेश मंत्रालय (MEA) के आंकड़ों के अनुसार, 2025 के पहले सात महीनों में 1,703 भारतीयों को अमेरिका से जबरन वापस भेजा गया है, यानी औसतन प्रतिदिन आठ भारतीय निर्वासित हुए। यह संख्या बाइडन प्रशासन और ट्रम्प के पहले कार्यकाल के अंतिम वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक है। 
         अमेरिका की सख्त इमिग्रेशन नीति 

ट्रम्प प्रशासन ने 2025 की शुरुआत से इमिग्रेशन नीतियों को और सख्त कर दिया है। अवैध प्रवासियों और वीजा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को तेज किया गया है। 26 जून को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि वीजा प्राप्त होने के बाद भी निगरानी जारी रहेगी, और नियम तोड़ने वालों का वीजा रद्द कर निर्वासन किया जाएगा। इसके साथ ही, अमेरिकी सरकार ने चेतावनी दी है कि अवैध रूप से प्रवेश करने वालों की गिरफ्तारी, निर्वासन और भविष्य में वीजा पर स्थायी प्रतिबंध लग सकता है। 


2020-2024 में 5,541 भारतीय निर्वासित

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में बताया कि 2020 से 2024 के बीच अमेरिका से 5,541 भारतीयों को निर्वासित किया गया। 22 जुलाई 2025 तक यह संख्या 1,703 है। इसके अलावा, पिछले पांच वर्षों (2020-2024) में ब्रिटेन से 311 भारतीयों को निर्वासित किया गया, जबकि 2025 में अब तक 131 भारतीयों को वापस भेजा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिटेन से निर्वासित भारतीयों की संख्या में मामूली अंतर हो सकता है, क्योंकि कुछ मामलों में वैध दस्तावेजों वाले लोगों को सीधे निर्वासित किया जाता है, और आपातकालीन यात्रा दस्तावेज (ETD) का उपयोग हमेशा नहीं होता, क्योंकि कई बार व्यक्ति अपील दाखिल करते हैं। 

पंजाब और हरियाणा से सर्वाधिक निर्वासित

आंकड़ों के अनुसार, 1,703 निर्वासित लोगों में से 620 पंजाब से और 604 हरियाणा से हैं। इसके बाद गुजरात से 245 और जम्मू-कश्मीर से 10 लोग हैं। छह लोगों का मूल राज्य अज्ञात है।

 निर्वासन की प्रक्रिया

विदेश मंत्रालय के अनुसार, 2025 में अब तक 1,703 भारतीयों को विभिन्न माध्यमों से वापस भेजा गया है। इनमें से 864 लोगों को चार्टर्ड और सैन्य विमानों के जरिए भेजा गया। फरवरी में 333 भारतीयों को तीन अलग-अलग तारीखों पर अमेरिकी सीमा सुरक्षा बल ने सैन्य विमानों से वापस भेजा। मार्च और जून में अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) ने 231 नागरिकों को चार्टर्ड फ्लाइट्स के जरिए भेजा। जुलाई में डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने दो फ्लाइट्स के जरिए 300 लोगों को भारत भेजा। इसके अलावा, 747 भारतीय व्यक्तिगत रूप से या छोटे समूहों में कमर्शियल फ्लाइट्स के जरिए लौटे। पनामा से भी 72 लोग वापस आए, जो अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश में पकड़े गए थे।