Breaking

यमन ने सऊदी अरब के सामने रखी अजीब शर्त, यमनियों की जाल में फंसा रियाज़...

Saturday, 16 August 2025

एजेंट ऑरेंज: वियतनाम युद्ध में अमेरिका का खतरनाक रासायनिक हमला

एजेंट ऑरेंज: वियतनाम युद्ध में अमेरिका का खतरनाक रासायनिक हमला
1961 से 1971 के बीच, अमेरिका ने वियतनाम, लाओस और कंबोडिया के जंगलों पर 7.4 करोड़ लीटर एजेंट ऑरेंज, एक घातक रासायनिक हथियार, का छिड़काव किया। इस रसायन ने न केवल जंगलों को नष्ट किया, बल्कि लाखों लोगों की जिंदगियों को तबाह कर दिया। इसकी एक नारंगी पट्टी वाले बैरल ने न सिर्फ उस समय के लोगों को प्रभावित किया, बल्कि आज भी इसके दुष्परिणाम विकलांग बच्चों के रूप में सामने आ रहे हैं। ### एजेंट ऑरेंज क्या था? एजेंट ऑरेंज एक शक्तिशाली हर्बिसाइड था, जिसमें डाइऑक्सिन नामक विषैला रसायन मौजूद था। इसे वियतनाम युद्ध के दौरान जंगलों को नष्ट करने और वियतकोंग छापामारों की स्थिति उजागर करने के लिए इस्तेमाल किया गया। लेकिन इसने मिट्टी, पानी और मानव शरीर को दशकों तक प्रदूषित कर दिया। डाइऑक्सिन के संपर्क में आए लोगों में कैंसर, जन्मजात विकलांगता और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखी गईं। आज भी वियतनाम में हजारों बच्चे जन्मजात विकलांगता के साथ पैदा हो रहे हैं, जो इस रसायन के दीर्घकालिक प्रभावों का प्रमाण है। ### कम्युनिस्ट डोमिनो थ्योरी और अमेरिकी रणनीति अमेरिका ने एजेंट ऑरेंज का इस्तेमाल "कम्युनिस्ट डोमिनो थ्योरी" को रोकने के लिए किया, जिसके तहत वह दक्षिण-पूर्व एशिया में साम्यवाद के प्रसार को रोकना चाहता था। इस रणनीति के तहत, उसने न केवल सैन्य हमले किए, बल्कि रासायनिक हथियारों का भी सहारा लिया। लेकिन इस अमानवीय कृत्य ने लाखों निर्दोष लोगों की जिंदगी बर्बाद कर दी। 

 पीड़ितों को आज भी न्याय का इंतजार 50 साल बाद भी, एजेंट ऑरेंज के पीड़ितों को उचित मुआवजा या न्याय नहीं मिला है। कई पीड़ित परिवार गरीबी और बीमारी से जूझ रहे हैं, जबकि अमेरिका ने इस अपराध की पूरी जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है। अंतरराष्ट्रीय अदालतों में मुकदमे चले, लेकिन पीड़ितों को अभी तक कोई ठोस राहत नहीं मिली। ### क्या यह अमेरिकी साम्राज्यवाद का हिस्सा है? वियतनाम युद्ध के बाद, गाजा, इराक और अफगानिस्तान जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी हस्तक्षेप ने सवाल उठाए हैं कि क्या यह साम्राज्यवादी नीतियों का हिस्सा है। रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल और उसके दीर्घकालिक प्रभाव मानवता के खिलाफ अपराध के रूप में देखे जाते हैं, फिर भी वैश्विक मंच पर इसकी जवाबदेही तय नहीं हो पाई है। एजेंट ऑरेंज की त्रासदी एक चेतावनी है कि युद्ध और रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल न केवल तात्कालिक विनाश लाता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रभावित करता है। यह समय है कि विश्व समुदाय इस तरह के अपराधों के खिलाफ एकजुट हो और पीड़ितों को न्याय दिलाए।