मुंबई: बुधवार सुबह मुंबई से अमेरिका के न्यूअर्क के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI191 में तकनीकी खराबी के कारण हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया। बोइंग 777 विमान रात करीब 1:30 बजे उड़ा था, लेकिन हवा में 3 घंटे से ज्यादा समय बिताने के बाद पायलटों ने सतर्कता बरतते हुए इसे मुंबई वापस लौटाया। विमान सुबह सुरक्षित लैंड हो गया। सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स सुरक्षित हैं।
क्या हुई इस घटना में? मिली जानकारी के अनुसार, फ्लाइट AI191 रात 1:30 बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से न्यूअर्क के लिए रवाना हुई। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही पायलटों को तकनीकी समस्या का संदेह हुआ। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए चालक दल ने तुरंत फैसला लिया और विमान को वापस मुंबई ही लौटाया। लगभग 3.5 घंटे हवा में घूमने के बाद विमान सुबह करीब 5 बजे सुरक्षित लैंड कर लिया। इस दौरान यात्रियों में घबराहट फैल गई थी, लेकिन पायलटों की कुशलता से कोई हादसा नहीं हुआ।
एयर इंडिया का बयान एयर इंडिया ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा, "फ्लाइट AI191 के चालक दल ने संदिग्ध तकनीकी समस्या को ध्यान में रखते हुए सावधानी के तौर पर विमान को मुंबई वापस लाने का निर्णय लिया। विमान सुरक्षित रूप से लैंड हो गया है और अभी इसकी तकनीकी जांच की जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।" कंपनी ने माफी मांगते हुए कहा कि जल्द ही यात्रियों को नई फ्लाइट में भेजा जाएगा।
यात्रियों की प्रतिक्रिया और हवाईअड्डे पर हलचल घटना की जानकारी होते ही मुंबई एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। यात्रियों को वैकल्पिक फ्लाइट्स और होटल की व्यवस्था की जा रही है। सोशल मीडिया पर कई यात्रियों ने अपनी अनुभव साझा किए, जिसमें उन्होंने पायलटों की तारीफ की लेकिन तकनीकी खराबी पर सवाल भी उठाए। एक यात्री ने बताया, "हवा में घूमते हुए डर लगा, लेकिन पायलटों ने शानदार हैंडलिंग की।"
क्या कहते हैं विशेषज्ञ? विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी स्थिति में पायलटों का वापस लौटना सही फैसला था। बोइंग 777 जैसे बड़े विमान में कई बैकअप सिस्टम होते हैं, लेकिन सुरक्षा पहले। DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने भी जांच के आदेश दिए हैं। एयर इंडिया को अब विमान की पूरी जांच करनी होगी।