मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार इस चीज को ढंग से समझते हैं. उनके संज्ञान, में सरकार के संज्ञान में ये बात नहीं हुई होगी, इसलिए कार्तिकेय सिंह ने शपथ ले ली है.
आरजेडी एमएलसी और बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) ऊर्फ कार्तिक कुमार को लेकर सियासी बवाल जारी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने इसको लेकर हमला बोला है. बुधवार को उन्होंने इस मामले अपना भी उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि सरकार को इसके बारे में मालूम नहीं था. शायद पता होता तो कार्तिकेय सिंह को शपथ नहीं दिलाई जाती.
अपना उदाहरण पेश करते हुए कहा कि जीतन राम मांझी ने भी शपथ ली थी. वारंट भी नहीं था. सिर्फ मुकदमा हुआ था और उसके बावजूद त्यागपत्र देना पड़ा था. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस चीज को ढंग से समझते हैं. उनके संज्ञान, में सरकार के संज्ञान में ये बात नहीं हुई होगी, इसलिए कार्तिकेय सिंह ने शपथ ले ली है. जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि हम पर वारंट नहीं था. सिर्फ केस था. आठ घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा था.
इधर, जीतन राम मांझी ने बीजेपी की ओर से बिहार में जंगलराज के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. कहा कि जब वो साथ में सरकार चला रहे थे, तब बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा कहां था? मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लग रहा था. इसके कारण नीतीश कुमार को बहुत सारे ट्रांसफर-पोस्टिंग बंद करने पड़े थे. नीतीश कुमार ने बदलाव लाने के लिए पाला बदला है, जिसका हम स्वागत करते हैं. जीतन राम मांझी बुधवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के जयंती समारोह में मीडिया के सवाल का जवाब दे रहे थे.