ब्रिटेन की राजधानी में चार दिन के भीतर 6 हत्याएं होने के बाद जिनमें उस वृद्ध की हत्या भी शामिल है जो कल्याणकारी संस्था के लिए चंदा जमा करते थे, इस देश में सुरक्षा की समस्याओं की निशानदेही करती हैं
....पुलिस का कहना है कि इस साल में शुरू से अब तक 66 लोग तो केवल लंदन में क़त्ल कर दिए गए। इनमें एक तिहाई को गोली मार कर हताहत किया जबकि शेष को धारदार हथियारों से क़त्ल किया गया।......अभी जारी वर्ष में हत्या के सारे आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं लेकिन पिछले साल 700 लोगों को इस देश में क़त्ल कर दिया गया जिनमें कई महिलाएं भी थीं।.....मीडिया कहती है कि ब्रिटेन में जब एक किशोरी को एक पुलिसकर्मी ने रेप का निशाना बनाने के बाद क़त्ल कर दिया तो उस समय प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा था कि देश में सुरक्षा की स्थिति को सुधारेंगे.....बोरिस जानसन की सत्ता के आख़िरी दिन चल रहे हैं मगर अब तक यह वादा पूरा नहीं हो सका है। बल्कि सुरक्षा को लेकर लोगों की शिकायतें बढ़ गई हैं।... एक युवा ने बताया कि महीनों से इस इलाक़े में सुरक्षा टीमों की गश्त नहीं हो रही है जबकि यहां के रहने वालों ने चोरी की घटनाओं की कई शिकायतें दर्ज कराईं। लगता है कि आपराधिक घटनाएं इतनी ज़्यादा हो गई हैं कि पुलिस की नज़र में इन शिकायतों की अहमियत नहीं रह गई है। मैं क़त्ल कर दिए जाने वाले उस वृद्ध व्यक्ति को पहचानता था। वह बहुत नर्मदिल इंसान थे। यह बड़ी पीड़ा की बात है कि थोड़े से पैसों के लिए उस बेचारे वृद्ध को क़त्ल कर दिया गया। इस समय प्रधानमंत्री पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं। उन दोनों ने आर्थिक संकट के इतना चिंताजनक पहलू देखे हैं कि वे इसी रास्ते से प्रधानमंत्री पद हासिल करने की कोशिश में लग गए हैं और उन्होंने सुरक्षा को हाशिए पर डाल दिया है। जारी होने वाले आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 6 मिलियन से अधिक आपराधिक घटनांए हुईं इनमें बड़ी संख्या में घटनाएं राजधानी लंदन में हुई हैं।