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Monday, 29 August 2022

अमेरिका किन लक्ष्यों को साधने के लिए जापान से सैन्य अभ्यास कर रहा है?

अमेरिका किन लक्ष्यों को साधने के लिए जापान से सैन्य अभ्यास कर रहा है?
अमेरिका और जापान के मध्य सैन्य अभ्यास हो रहा है। इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का आयोजन द्विपक्षीय सैन्य संबंधों के मजबूत होने का सूचक है विशेषकर इसलिए कि इस सैन्य अभ्यास में आधुनिकतम हथियारों का प्रयोग किया जा रहा है।

इस सैन्य अभ्यास में दो हज़ार से अधिक अमेरिकी और जापानी सैनिक भाग ले रहे हैं और यह जापान के कुमामोतो द्वीप में हो रहा है।

जापानी संविधान के अनुसार इस देश के पास सेना नहीं हो सकती और न ही जापान सैनिक शक्ति में बदल सकता है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे शिन्ज़ो ने संविधान के इस कानून में संशोधन का प्रयास किया परंतु उनके प्रयासों का कोई परिणाम नहीं निकला परंतु हालिया वर्षों में अमेरिका ने जापान को उकसाया है ताकि एक बार फिर वह सैनिक शक्ति बन जाये।

इसके लिए जापान यह औचित्य दर्शाता है कि वह चीन और उत्तरी कोरिया की ओर से उत्पन्न की जा रही चुनौतियों से मुकाबले के लिए एसा कर रहा है। यह एसी स्थिति में है जब जापान के लोग यथावत सैन्यकरण के विरोधी हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों का इस बारे में मानना है कि जापान के लोग इस देश के संविधान में संशोधन के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि वे दोबारा जापान में साम्राज्यवाद के लौट आने से चिंतित हैं।

अमेरिका और जापान के मध्य जो संयुक्त सैन्य अभ्यास हो रहा है कुछ पहलुओं से वह समीक्षा योग्य है।

इस सैन्य अभ्यास से अमेरिका का एक लक्ष्य यह है कि वह जापान को उकसाना चाहता है ताकि यह देश चीन और उत्तरी कोरिया से मुकाबले के बहाने खुद को हथियारों से लैस करे। दूसरे शब्दों में यह कि जापान भी अमेरिकी हथियारों का खरीदार बन जाये ताकि अमेरिका में हथियारों का निर्माण करने वाली कंपनियों की जेब भर सके और उनका कारोबार फल फूल सके।

अमेरिका और जापान के मध्य जो संयुक्त युद्धाभ्यास हो रहा है उसका दूसरा लक्ष्य यह है कि अमेरिका जापान को सैनिक दृष्टि से मजबूत करके चीन और उत्तर कोरिया से दुश्मनी को हवा देना चाहता है। दूसरे शब्दों में अमेरिका सैनिक दृष्टि से जापान को मजबूत करके वहां अपनी सैनिक उपस्थिति को और अधिक मजबूत व प्रभावी बनाना चाहता है। अमेरिका जापान को जो सैनिक दृष्टि से मजबूत कर रहा है और उसके साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है उसका यह कार्य क्षेत्र में सैनिक होड़ आरंभ होने का कारण बनेगा।

जानकार हल्कों का मानना है कि अमेरिका कभी दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास करता है और अब जापान के साथ कर रहा है तो उसका यह कार्य इस बात का सूचक है कि वह सैनिक दृष्टि से चीन को घेर रहा है।

राजनीतिक मामलों के एक विशेषज्ञ यांग यू जोन इस बारे में कहते हैं कि चीन जापान के सैन्यकरण से चिंतित है और इस बारे में उसने बारमबार चेतावनी भी दी है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अमेरिका ने चीन को घेरने की तैयारी आरंभ कर दी है और जापान के साथ उसने जो सैन्य अभ्यास आरंभ कर रखा है उसे इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकता है। MM