ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार और विदेश उपमंत्री अली बाक़ेरी ने कहा कि पिछले एक साल से कुछ अधिक समय के दौरान वार्ता का सिलसिला जारी रहा है इसमें कभी तेज़ी आई और कभी इसकी रफ़तार धीमी हो गई और इस समय पैग़ामों के आदान प्रदान के रूप में संवाद जारी है।
अली बाक़ेरी ने कहा कि अमरीका से हमारा कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है किसी मध्यस्थ के ज़रिए पैग़ाम आते जाते हैं कभी यह भूमिका कोई यूरोपीय देश निभाता है और कभी कोई अन्य देश निभाता है।
उन्होंने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति की हालिया स्पीच के बाद कुछ अमरीकी अधिकारियों ने मीडिया में बयान दिए और हमें संदेश भी भिजवाए।
वार्ता में ईरान की रेडलाइन के बारे में अली बाक़ेरी ने कहा कि हमारा एक मुद्दा तो गैरेंटी का था कि इसको सुनिश्चित किया जाए कि दूसरा पक्ष अपनी प्रतिबद्धता का पालन करेगा। उन्होंने कहा कि वार्ता में हमारा मुख्य लक्ष्य पाबंदियां हटवाना है और पाबंदिययां इस तरह हटें का इसका असर हमारी जनता महसूस कर सके और देश को आर्थिक फ़ायदा मिले।
उन्होंने आगे कहा कि दोनों पक्षों को यह समझना होगा कि हर क़दम का एक उचित समय है और उस समय के भीतर वह काम होना चाहिए, हमारी कोशिश यह है कि तर्कसंगत समय के भीतर समझौते को अंतिम रूप दें।