भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ब्रिक्स में शामिल देशों पर टैरिफ़ लगाने की चेतावनियों के बारे में प्रतिक्रिया दी है.
विदेश मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “ब्रिक्स के अंदर जो भी फै़सला लिया जाता है. आपस में मिलकर किया जाता है.”
उन्होंने कहा, “जहां तक डी-डॉलराइज़ेशन का सवाल है, उसके बारे में हमारे विदेश मंत्री ने साफ़ कहा है कि ऐसी कोई हमारी रणनीति और नीति नहीं है.”
वहीं रणधीर जायसवाल ने प्रधानमंत्री के अमेरिकी दौरे को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने बताया, “हाल ही में कुछ दिन पहले पीएम और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच टेलीफ़ोन पर बातचीत हुई थी.”
“दोनों पक्ष प्रधानमंत्री के अमेरिका की जल्द से जल्द यात्रा पर काम कर रहे हैं, ताकि भारत-अमेरिका के व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा किया जा सके.”
उन्होंने कहा, “इस यात्रा की विशिष्ट तारीख़ों पर अभी काम किया जा रहा है.”
इससे पहले ट्रंप ने गुरुवार को ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट के ज़रिए एक बार फिर से ब्रिक्स गुट पर निशाना साधा था.
ट्रंप ने लिखा, “ब्रिक्स देश डॉलर से दूरी बनाने की कोशिश कर रहे हैं और अब तक हम यह देखते रहे हैं. लेकिन अब वो समय ख़त्म हो चुका है.
ब्रिक्स को पश्चिम विरोधी गुट के रूप में देखा जाता है, जिसमें चीन, रूस, भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ़्रीका थे. लेकिन इस गुट का अब विस्तार हुआ है और इसमें यूएई, ईरान और इंडोनेशिया जैसे देश भी शामिल हो गए हैं.